वंचित बच्चे जोड़े जाएंगे शिक्षा से
सीतामढ़ी जिले के प्रारंभिक स्कूलों में क्षिजित व वंचित बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा के मुख्यधारा में लाया जाएगा। इसके लिए विभागीय प्रयास शुरू...
सीतामढ़ी जिले के प्रारंभिक स्कूलों में क्षिजित व वंचित बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा के मुख्यधारा में लाया जाएगा। इसके लिए विभागीय प्रयास शुरू है। इस बावत बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वावधान में एनआरएसटी कार्यक्रम के तहत नामित शिक्षकों का चार दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण बुनियादी विद्यालय डुमरा में संचालित की जा रही है। प्रशिक्षण के तीसरे दिन शनिवार को प्रतिभागी शिक्षकों को शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा विकसित प्रयास एक व प्रयास दो मॉड्यूल का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान प्रशिक्षक सुरेश कुमार व मो. अख्तर आदि ने प्रतिभागियों को स्कूल से ड्रॉपआउट (क्षिजित) व वंचित बच्चों को फिर से शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ने का तरीका बताया। मौके पर समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ डॉ. अमरेन्द्र पाठक व एपीओ पवन कुमार ने प्रशिक्षण के उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वंचित व ड्रॉपआउट बच्चों को एनआरएसटी कार्यक्रम के तहत संबंधित पोषक क्षेत्र के प्रारंभिक स्कूल परसिर में ही उम्र सापेक्षा शिक्षा की व्यवस्था प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम किया जाना है। ऐसे बच्चों के लिए विशेष अध्ययन केन्द्र स्कूल में ही शिक्षक द्वारा संचालित की जाएगी। प्रशिक्षण चर्या में जिले के आठ प्रखंडों डुमरा, रुन्नीसैदपुर, बैरगनिया, मेजरगंज, बथनाहा, परिहार, पुपरी व नानपुर के नामित 290 स्कूलों के एक-एक शिक्षकों ने भाग लिया।
टीएलएम के लिए मिलेगा प्रति बच्चा 500 रुपये
स्कूलों में ड्रॉपआउट व वंचित बच्चों को फिर से शिक्षा के मुख्यधारा में लाने के लिए शुरू होने वाली विशेष केन्द्र के बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षण अधिगम सामग्री के लिए प्रति बच्चा पांच सौ रुपये की दर से भुगतान किया जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए संभाग प्रभारी एपीओ पवन कुमार ने बताया कि टीएलएम के तहत दी जाने वाली राशि से बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री के अलावा बैग आदि की व्यवस्था की जाएगी।
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