शिक्षकों के वेतन से की गई कटौती
सीतामढ़ी में शिक्षकों के वेतन से कटौती की गई ईपीएफ अंशदान की राशि नियमित रूप से जमा नहीं हो रही है। इससे शिक्षकों को भविष्य में आर्थिक नुकसान का डर सता रहा है। प्रारंभिक शिक्षक कल्याण संघ ने डीईओ को...

सीतामढ़ी, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले में शिक्षकों के वेतन से कटौती की जा रही ईपीएफ के लिए अंशदान की राशि नियमित रुप से ईपीएफ खाते में जना नहीं की जा रही है। इससे संबंधित शिक्षकों को भविष्य में आर्थिक नुकसान की चिंता सता रही है। इस बावत प्रारंभिक शिक्षक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि रंजन सुमन ने गुरूवार को डीईओ व स्थापना डीपीओ को ज्ञापन सौंपा। जिसमें स्थानीय निकाय के तहत जिले में कार्यरत शिक्षकों का ईपीएफ में अंशदान की राशि नियमित रूप से जमा कराने की मांग की है।श्री सुमन ने कहा है कि जिले में कार्यरत शिक्षकों के ईपीएफ खाता में अंशदान की राशि नियमित रूप से जमा नहीं कराये जाने की सूचना प्राप्त हो रही है। जबकि शिक्षकों के वेतन से अंशदान की कटौती कर ली गयी है। बताया गया है कि जिले के बाजपट्टी, रीगा सहित अन्य प्रखंडो में जुलाई 2024 व अगस्त 2024 की अंशदान कटौती की गई राशि ईपीएफओ पोर्टल पर उपलब्ध पासबुक में जमा नहीं दिखा रहा है। जबकि उक्त माह के अंशदान की राशि संबंधित शिक्षक के वेतन से कटौती कर ली गयी है। ज्ञापन में कहा गया है कि इस संबंध में अपर सचिव सह निदेशक माध्यमिक शिक्षा का स्पष्ट निर्देश है कि प्रत्येक माह की 15 वीं तारीख तक शिक्षकों के ईपीएफ खाता में राशि हस्तानंतरित करने की प्रक्रिया पूर्ण करना आवश्यक होगा। विलंब की स्थिति में अतिरिक्त सूद की राशि जुर्माना के रूप में देय होगी। श्री सुमन ने कहा कि नियमित रूप से अंशदान की राशि जमा नहीं होने से शिक्षकों को भविष्य में आर्थिक रूप से नुकसान होगा।
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