आठ की जगह एक मात्र चिकित्सक के भरोसे संचालित है सुप्पी पीएचसी
सीतामढ़ी के सुप्पी प्रखंड में पीएचसी में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण महिलाओं को चिकित्सा में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां आठ चिकित्सक के पदों में से केवल एक भरा है, जबकि सभी महिला...
सीतामढ़ी। जिले के सुप्पी प्रखंड में लोगों के चिकित्सा सुविधा के लिए संचालित पीएचसी में चिकित्सक समेत स्वास्थ्य कर्मियों का बड़ी संख्या में पद रिक्त है। चिकित्सक का कुल आठ पदों में मात्र एक चिकित्सक के भरोसे पीएचसी संचालित है। यहां महिला चिकित्सक समेत व एएनएम का सभी चार पद खाली पड़ा है। इसके कारण महिला रोगियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परामेडिकल स्टॉफ के कमी का खामियाजा आम जनता को भुगताना पड़ रहा है। पीएचसी में बीएमएलई का स्वीकृत एक पद, कंपाउंडर का दो पद, फार्मासिस्ट का चार पद तथा चतुर्थवर्गीय कर्मियों का चार पद स्वीकृत है, लेकिन उक्त सभी पद फिलहाल रिक्त है। जबकि एक डेंटिस्ट व एक एमबीबीएस पुरुष चिकित्सक कार्यरत है। इसका खुलाशा जिला कल्याण अधिकारी सुभाषचंद्र राजकुमार द्वारा सुप्पी पीएचसी का निरीक्षण कर बिहार सरकार के मुख्य सचिव को भेजी गई रिपोर्ट से हुई है। डीएम के गाइडलाइन पर स्वास्थ्य सुविधाओं की जांच की गई। पीएचसी पर चिकित्सक व कर्मियों की उपस्थिति की जांच की गई। साथ ही ओपीडी, आईपीडी में उपस्थित मरीजों व उनके एटेंडेंट से फीडबैक लिया गया। इस दौरान निरीक्षी अधिकारी से अधिकांश लोगों ने पीएचसी पर महिला चिकित्सकों व एएनएम समेत परामेडिकल स्टॉफ का अविलंब पदस्थापन कराने की जरुरत बताया।
पीएचसी पर 224 तरह की दवा उपलब्ध:
नोडल अधिकारी सह जिला कल्याण अधिकारी सुभाषचंद्र राजकुमार द्वारा सुप्पी पीएचसी का निरीक्षण के दौरान 224 तरह की दवा उपलब्ध रहने की जानकारी दी गई। इसकी रिपोर्ट सरकार से की गई। साथ ही पीएचसी पर उपलब्ध पैथोलॉजिकल सेवाओं का भी जाएजा लिया गया। जिसमें पाया गया कि लैब टक्नीसियन का कुल स्वीकृत चार पदों के विरुद्ध मात्र एक कार्यरत है।
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