केसीसी के लिए पशुपालकों से आवेदन लेकर बैंक भेजे : डीएम
सीतामढ़ी में डीएम रिची पांडेय की अध्यक्षता में पशुपालन विभाग की समीक्षात्मक बैठक हुई। बैठक में कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण और पशु चिकित्सालयों के निर्माण की समीक्षा की गई। डीएम ने अधिक से अधिक पशुपालकों...
सीतामढ़ी। समाहरणालय के विमर्श कक्ष में पशुपालन विभाग की समीक्षात्मक बैठक डीएम रिची पांडेय की अध्यक्षता में हुई। डीएम ने पशुपालन विभाग की संचाजित विभिन्न योजनाओं कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, पैथोलॉजिकल जांच, भवन निर्माण आदि की समीक्षा किया। डीएम ने केसीसी के लिए अधिक से अधिक पशुपालकों से आवेदन प्राप्त कर बैंक को भेजने का निर्देश दिया। साथ ही 21 वीं अखिल भारतीय पशुगणना 28 फरवरी तक पूरा करने का निर्देश पशु चिकित्सकों को दिया। बैठक में जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रेम झा ने बताया कि आरडीएफ के तहत पांच पशु चिकित्सालयों के भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराई गई थी। जिसमें से दो पशु चिकित्सालय नानपुर एवं सुरसंड में निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। एक पशु चिकित्सालय बैरगनिया निर्माणाधीन है। दो पशु चिकित्सालय नरंगा और परसौनी के भवन निर्माण हेतु विभाग को भेजा जा चुका है। बताया कि माह दिसंबर 2024 तक चिक्तिसित पशुओं की कुल संख्या एक लाख16 हजार 648 है। बंध्याकरण की कुल संख्या 4185 है। कृत्रिम गर्भाधान लाभान्वित पशुओं की संख्या 11411 है। विभागीय एम्बुलेटरी नि:शुल्क चिकित्सा वैन द्वारा इलाज की गई पशुओं की संख्या 6704 है। वही आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट 2 अंतर्गत आयोजित पशु बांझपन निवारण शिविर में चिकित्सक पशुओं की कुल संख्या 4804 है। जो लक्ष्य के अनुरूप है। समेकित बकरी व भेड़ विकास योजना, समेकित मुर्गा विकास योजना की जानकारी दी गई। वहीं सुकर विकास योजना के जिला नोडल पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक कुल 39 आवेदन संग्रह किया जा चुका है। जिसका स्क्रीनिंग किया जाना है।
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