सुरसंड में दो दर्जन से अधिक पटाखा की दुकानें
सुरसंड में लगभग एक दर्जन थोक पटाखा की दुकानें संचालित हो रही हैं। दिवाली व छठ महापर्व के दौरान एक दर्जन से अधिक खुदरा पटाखा की दुकान खुलती है। लेकिन, कोई भी दुकान संचालक सुरक्षा का ख्याल नहीं रख रहा...
सुरसंड में लगभग एक दर्जन थोक पटाखा की दुकानें संचालित हो रही हैं। दिवाली व छठ महापर्व के दौरान एक दर्जन से अधिक खुदरा पटाखा की दुकान खुलती हैं। लेकिन, कोई भी दुकान संचालक सुरक्षा का ख्याल नहीं रख रहा है। स्थानीय अमरेंद्र कुमार, रितेश कुमार बताते हैं कि मेरठ में हुए हादसे के बाद दुकान के आसपास के लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। लेकिन, अधिकारी इसके प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं। इसी प्रकार पुपरी, बैरगनिया व बेलसंड में पटाखा की थोक व खुदरा दुकानें संचालित हो रही है। सभी जगहों पर पटाखा का भंडारण किया जा रहा है। लेकिन, सुरक्षा के मानकों की अनदेखी की जा रही है। जबकि मेरठ में हुए हादसा से सीख लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया जाना चाहिए।
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