उत्क्रमित मवि सहियारा के एचएम समेत सभी शिक्षकों से शो-कॉज
बथनाहा प्रखंड के सहियारा मध्य विद्यालय में डीईओ प्रमोद कुमार साहु ने निरीक्षण के दौरान कई अनियमितताएँ पाई। हेडमास्टर को 24 घंटे में जवाब देने का निर्देश दिया गया है। निरीक्षण में शिक्षकों की...
सीतामढ़ी। बथनाहा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सहियारा में डीईओ के निरीक्षण के क्रम में पकड़ी गई अनियमितता के बावत हेडमास्टर से शो-कॉज किया गया है। डीईओ प्रमोद कुमार साहु ने हेडमास्टर को 24 घंटे के अंदर शो-कॉज का बिंदुवार जवाब देने का निर्देश दिया है। डीईओ ने कहा है कि गत 28 नवंबर को एक बजे निरीक्षण के दौरान बिना सूचना के विद्यालय से गायब रहने वाले सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं अपना स्पष्टीकरण देंगे। डीईओ ने बिंदुवार मांगे शो-कॉज में कहा है कि निरीक्षण के क्रम में छात्रों के उपस्थिति पंजी एवं नामांकन पंजी की माग करने पर प्रधानाध्यापक द्वारा उक्त पंजी अवलोकनार्थ उपलब्ध नहीं कराया गया। विद्यालय में पदस्थापित प्रखंड शिक्षक अरूण कुमार चौधरी, राकेश कुमार तिवारी एवं विद्यालय अध्यापक निलिमा कुशुम तथा मधुलता बिना सूचना के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये गये। शिक्षक सजीव कुमार प्राय: शिक्षक उपस्थिति पंजी पर प्रस्थान का समय अंकित नहीं करते है, जिससे यह प्रतीत होता है कि उपस्थिति दर्ज करने के बाद अनाधिकृत रूप से विद्यालय से गायब रहते हैं। निरीक्षण के समय शिक्षक अरूण कुमार चौधरी विद्यालय से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित थे, लेकिन डीईओ के आगमन की सूचना श्री सिंह को शिक्षक द्वारा दूरभाष के माध्यम से प्राप्त होने के बाद श्री चौधरी विद्यालय में उपस्थित हुए। इससे यह प्रतीत होता है कि शिक्षक श्री सिंह के संरक्षण में विद्यालय अवधि में उपस्थिति दर्ज कर अनुपस्थित रहते हैं। डीईओ ने कहा है कि निरीक्षण के दौरान शिक्षक उपस्थित पंजी के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि प्रधानाध्यापक जितेन्द्र कुमार विगत माह में प्राय: विद्यालय बंद होने से पूर्व ही अनाधिकृत रूप से विद्यालय से चले जाते हैं। कारण पूछने पर कोई भी संतोषजनक जवाब या साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया। विद्यालय में साफ-सफाई का घोर अभाव पाया गया। निरीक्षण के समय विद्यालय के वर्ग कक्ष में ताला बंद था। ताला खुलवाने के उपरान्त पाया गया कि शिक्षा विभाग द्वारा प्रदत पाठ्य पुस्तक, स्टूडेंट किट, एफएलएन किट, स्कूल बैन, वाटर बोतल आदि यत्र-तत्र अवस्था में कबाड़ की भांति रखा गया था। मध्याह्न भोजन मेनू के अनुसार नहीं बनाया गया था तथा जो भोजन बना हुआ था उसकी गुणवत्ता काफी खराब पाई गई। बच्चें यत्र-तत्र बैठकर भोजन कर रहे थे। विद्यालय में रखे हुए कबाड़ का निस्तारण अब तक विभागीय नियमानुसार नहीं किया गया था तथा खाद्यान्न सामग्री भी यत्र-तत्र बिखरा हुआ पाया गया। कंपोजिट ग्रांट की राशि का उपयोग भी सही ढंग से एचएम द्वारा नहीं किया गया। ब्लैकबोर्ड का कालीकरण भी नहीं पाया गया।
मासिक परीक्षा का नहीं किया गया मूल्यांकन:
डीईओ ने कहा है कि मवि सहियारा के निरीक्षा में पाया गया कि विद्यालय में मासिक परीक्षा का मूल्यांकन नहीं किया गया था। विद्यालय में विभाग द्वारा निर्धारित मासिक मूल्याकन नहीं किया गया था। सभी उत्तरपुस्तिकाएं बोरे में बांध कर कार्यालय कक्ष में रखा गया था। एससीईआरटी पटना द्वारा प्रदत अर्द्धवार्षिक प्रश्न पत्र-सह-उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका प्रियंका कुमारी द्वारा सही ढंग से नहीं किया गया था। उधर डीईओ ने बताया कि जांच में मवि कोदवारा बथनाहा के शिक्षक नागेन्द्र प्रसाद यादव द्वारा प्रतिनियुक्त सीआरसी उमावि सहियारा मूलंकन केन्द्र पर बच्चों का अर्द्धवार्षिक परीक्षा की कापी का मूल्यांकन सही ढंग से नहीं पाया गया। इस मामले में उनसे भी शो-कॉज कर कार्रवाई की जाएगी।
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