Hindi NewsBihar NewsSitamarhi NewsInfamous Gang Leader Saroj Rai Killed in Gurugram Encounter Police Hunt for Brother Rakesh Rai

उत्तर बिहार के जिलों में पांव पसार रहा था कुख्यात सरोज राय

सीतामढ़ी में कुख्यात अपराधी सरोज राय को गुरुग्राम में पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। सरोज का गिरोह उत्तर बिहार में अपराध की कई वारदातों में शामिल था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उसके भाई राकेश...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीतामढ़ीSun, 1 Dec 2024 12:07 AM
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सीतामढ़ी। सीतामढ़ी में आतंक का पर्याय बना कुख्यात सरोज राय उत्तर बिहार के जिलों में पांव पसारने की फिराक में था। धीरे-धीरे कर उसने अपने गैंग की बड़ी फौज तैयार कर ली थी। इसमें सीतामढ़ी व शिवहर के अलावा मुजफ्फरपुर, वैशाली, मोतीहारी आदि जगहों के कई बदमाश उसके गैंग से जुड़कर अपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस सूत्रों की माने तो बाल उम्र ही अपराध करने के बाद रिमांड होम गए सरोज राय का बिहार के कई जिलों से अपराध कर आए बदमाशों के साथ सांठगांठ हुई। इसके बाद उसके गैंग कई उत्तर बिहार के कई जिलों के बदमाश उसके गिरोह में शामिल होकर अपराधिक वारदातों में उसका साथ देते रहे। पुलिस ने उसके गिरोह से जुड़े 62 लोगों की सूची तैयार की है। इसमें उत्तर बिहार के कई बदमाशों का नाम शामिल है। हालांकि, इसमें से एक दर्जन से अधिक बदमाश फिलहाल सलाखों के पीछे है। सीतामढ़ी में अपना नाम बड़ा करने के बाद सरोह उत्तर बिहार में अपने गैंग का नाम बड़ा करने की तैयारी कर रहा था। देसी हथियार के सहारे अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले सरोज गिरोह के पास आधुनिक हथियार एके-56 जैसे घातक हथियार भी मौजूद थे। पुलिस ने पहले भी इस गिरोह के पास से जिले में बरामद हुई पहली एके-56 बरामद किया था। बताया गया था कि वर्ष 2019 में सरोज राय और उसके भाई राकेश राय अपने ने शार्गिदों के साथ महिन्दवारा के कुंडल में कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी को गोलियो से भुनकर हत्या कर दी थी। इस हत्या में एके-56, कारबाईन और 9 एमएम के पिस्टल का उपयोग किया गया था। इसके बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गयी थी। हालांकि, पुलिस घटना के कुछ दिन बाद ही भागने के दौरान सरोज राय द्वारा बेलसंड थाना क्षेत्र के दरियापुर में छिपायी गयी बिना मैग्जीन के एके-56 बरामद किया था। साथ सरोज राय के कई गुर्गों को भी गिरफ्तार किया था। इस दौरान सरोज के गुर्गों ने पुलिस को बताया था कि सरोज राय ने नागालैंड से दो एके-56 की खरीद की थी। इसमें एक पकड़ा गया और दूसरा उसके पास है। हालांकि, मुंशी की हत्या में प्रयुक्त हथियार कारबाईन व अन्य हथियार पुलिस बरामद नही कर सकी थी। इधर, पुलिस सूत्रों की माने तो एसटीएफ को इंटेल मिली थी कि सरोज राय ने अपने गैंग को बड़ा करने के लिए एक से अधिक और घातक हथियार की खरीद की है। हालांकि, सरोज राय उत्तर बिहार के जिलों में अपना पांव पसरता, उससे पहले ही पुलिस ने उसका अध्याय समाप्त कर जिलेवासियों को बड़ी राहत दी है।

- गिरोह के पास मौजूद हथियार के लिए राकेश राय को तलाश रही पुलिस:

गुरुग्राम में मुठभेड़ सरोज के मारे जाने के बाद पुलिस उसके भाई राकेश राय को तलाश रही है। राकेश राय पर भी बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से हाल ही में एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई है। राकेश पर भी डेढ़ दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरोज राय और राकेश राय गिरोह के पास आधुनिक हथियार मौजूद है। एनकाउंटर के दौरान पुलिस को उसके पास से तीन पिस्टल मिले है। मगर, आधुनिक हथियारों का सुराग नही मिला है। पुलिस का मानना है कि राकेश राय के पकड़े जाने के बाद आधुनिक हथियार बरामद किया जा सकता है। हालांकि, यह भी चर्चा है कि मुठभेड़ के दौरान गोली लगने के बाद भी भाग निकला सरोज का साथी कोई और नहीं उसका भाई राकेश राय ही था।

- परिजनों को सौंपा गया सरोज का शव, कल पहुंचेगा सीतामढ़ी:

एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि गुरुग्राम में पुलिस से मुठभेड़ में सरोज राय के मारे जाने की सूचना पर परिजन हरियाणा गए थे। जहां उनको शव सौंप दिया गया है। परिजन उसका शव लेकर हरियाणा से रवाना हो गए है। संभवत: रविवार को उसका शव उसके गांव पहुंच जायेगा। जहां परिजन उसका अंतिम संस्कार करेंगे। इधर, एसपी ने बताया कि राकेश राय की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उससे जुड़े गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।

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