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धान की फसल पर कीट का बढ़ा प्रकोप,किसान परेशान

गोविन्दगंज( एसं)। अरेराज में बाढ़ व जलजमाव से बची खुची धान की फसल नष्ट हो गई है। धान की फसल पर अज्ञात रोग का जबर्दस्त प्रकोप हुआ है। जिससे धान की बाली पिकहर कर रह गई है। उसमें दाने नहीं लगे हैं। जो...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीतामढ़ीThu, 29 Oct 2020 11:41 PM
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गोविन्दगंज( एसं)। अरेराज में बाढ़ व जलजमाव से बची खुची धान की फसल नष्ट हो गई है। धान की फसल पर अज्ञात रोग का जबर्दस्त प्रकोप हुआ है। जिससे धान की बाली पिकहर कर रह गई है। उसमें दाने नहीं लगे हैं। जो दाने बचे हैं उसमें भी हल्दी की गांठ की तरह पीला गांठ पड़ गया है। जिससे प्रति कट्ठा 20 से 25 किलो ही मात्र धान का पैदावार हो रही है। किसान हाय मार कर रह गए हैं। किसान रामबली सिंह, राम सकल सिंह, जयप्रकाश सिंह, मुखी भगत, राजन तिवारी ,लालबाबू भगत, जगत नारायण प्रसाद ,रंगलाल प्रसाद, मनोज पांडे आदि ने बताया कि धान की फसल जो बाद में फूटी है, उसमें अज्ञात रोग के लग जाने से भारी क्षति हुई है। क्योंकि रोग के लग जाने से धान की बालियां सूख गई हैं और दाने नहीं लगे हैं। विशेषकर हाइब्रिड 6444, पायोनियर 71 की धान क्षतिग्रस्त हुई है। प्रति कट्ठा एक से डेढ़ क्विंटल पैदावार होता था। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि 20 से 25 किलो पर ही किसानों को संतोष करना पड़ रहा है। जिससे किसानों की भारी क्षति हुई है। धान की फसल में लगी लागत भी निकलना मुश्किल हो गया है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामनाथ चौधरी ने बताया कि किसानों द्वारा समय पर दवा की छिड़काव नहीं करने से धान की फसल की क्षति हुई है तथा किसानों को अंतिम समय में भारी नुकसान हो गया है। किसानों ने सरकार से फसल की जांच करवा कर क्षतिपूर्ति देने की अपील की है।

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