शिवहर की बच्ची के गले में घुसा हंसुआ
शिवहर के विशम्बरपुर गांव की पांच साल की बच्ची के गले में रविवार को खेलने के दौरान हंसुआ घुस गया। गांवों में डॉक्टरों ने जब हंसुआ निकालने से इंकार कर दिया तो परिजनों ने उसे गंभीर हालत में एसकेएमसीएच...
शिवहर के विशम्बरपुर गांव की पांच साल की बच्ची के गले में रविवार को खेलने के दौरान हंसुआ घुस गया। गांवों में डॉक्टरों ने जब हंसुआ निकालने से इंकार कर दिया तो परिजनों ने उसे गंभीर हालत में एसकेएमसीएच की इमरजेंसी में भर्ती कराया। प्राथमिक इलाज के बाद यहां भी संसाधन की कमी बताते हुए बच्ची को पटना रेफर कर दिया गया।
बच्ची प्रेयसी की मां गीता देवी और पिता टुनटुन साह का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों ने बताया कि उनलोगों की लापरवाही से उनकी बच्ची की जान खतरे में पड़ गई है। गीता देवी ने बताया कि प्रेयसी दोपहर में अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी।
दरवाजे पर बाहर में ही हंसुआ रखा था। प्रेयसी ने खेलने के दौरान हाथ में हंसुआ उठा लिया। खेलते-खेलते प्रियसी गिर गई और जिस हाथ में हंसुआ था वह उसके गले के नीचे आ गया। हंसुआ उसके गले में घुस गया। सारे बच्चे चिल्लाए तो उसे हमलोग आनन-फानन में गांव के डॉक्टर के पास ले गए। हंसुआ पूरी तरह से उसके गले में घुसा था इसलिए डॉक्टर ने उसे गंभीर बताकर एसकेएमसीएच भेज दिया। यहां भी डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया।
बच्ची की मां गीता देवी ने बताया कि पिछले आठ घंटे से बेटी कराह रही है। अब इसका दर्द देखा नहीं जा रहा है और डॉक्टर यहां से भी पटना रेफर कर दिए। इमरजेंसी के जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि स्थिति गंभीर है। यहां ईएनटी का जटिल ऑपरेशन संभव नहीं है। इसलिए बच्ची की जान बचाने खातिर रेफर किया जा रहा है।
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