2018 में शिक्षा क्षेत्र में जिले को मिली दो सौगातें
बीते वर्ष 2018 में रोहतास जिले में उच्च शिक्षा व शैक्षणिक माहौल को लेकर दो उपलब्धियां हासिल हुई है। जिसमें बहुचर्चित शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज का सपना साकार हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करगहर के...
बीते वर्ष 2018 में रोहतास जिले में उच्च शिक्षा व शैक्षणिक माहौल को लेकर दो उपलब्धियां हासिल हुई है। जिसमें बहुचर्चित शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज का सपना साकार हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करगहर के खराड़ी में इस इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। हालांकि यह इंजीनियरिंग कॉलेज दो वर्ष पूर्व से डेहरी प्रखंड के पटनवा गांव में दो वर्ष पूर्व से ही संचालित हो रहा है। लेकिन अपना खुद का भवन अब शीघ्र ही करगहर प्रखंड के खराड़ी गांव में तैयार हो जाएगा। अभी इस कॉलेज में शैक्षणिक सत्र 2016-17 से ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई हो रही है। पिछले तीन सत्रों में यहां 700 से अधिक बच्चे इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व कंप्यूटर साईंस की पढ़ाई यहां होती है। प्रति वर्ष 252 बच्चों का विभिन्न कोर्सों में नामांकित होते हैं।
जिले के लिए इस वर्ष की दूसरी बड़ी उपलब्धि केंद्रीय विद्यालय को अपना भवन नसीब होना है हालांकि केंद्रीय विद्यालय की स्थापना भी जिले में चार वर्ष पूर्व हो चुकी थी। लेकिन अब तक यह स्कूल शहर के श्रीशंकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में होती थी। लेकिन वर्ष 2018 में तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सदर प्रखंड के करूप गांव में विद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया था। जहां इस स्कूल में करीब एक हजार से अधिक बच्चे नामांकित होकर अध्ययन कर रहे हैं। इस विद्यालय में शहर के साथ ही आसपास के कई गांवों के बच्चे पढ़ने के लिए जाते हैं।
केंद्रीय विद्यालय का डेहरी में स्थापना के लिए भी प्रस्ताव आया था। लेकिन पर्याप्त जगह नहीं मिलने से डेहरी में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना नहीं हो सकी। इसी तरह जिले में एम्स की स्थापना का प्रस्ताव भी आया था। लेकिन एम्स के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध नहीं होने पर यह प्रस्ताव भी अधर में लटका रह गया।
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