पटना-शेखपुरा में एक ही गैंग ने 4 बैंकों को लूटा, सरगना बकरिया समेत 5 गिरफ्तार, रियल स्टेट के बिजनेस में भी शामिल
पटना और शेखपुरा जिलों में चार बैंक लूट की घटनाओं को एक ही गैंग ने अंजाम दिया था। गिरोह का सरगना बकरिया और उसके 5 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें कई सदस्य जमीन कारोबार में लिप्त हैं। वहीं मास्टरमाइंड आदतन अपराधी किस्म का है। और दोहरे हत्याकांड में भी शामिल रह चुका है।
बिहार पुलिस ने बीते दो महीनों में पटना और शेखपुरा में चार बैंक डकैतियों को अंजाम देने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। एक ही गिरोह ने चारों बैंक लूट को अंजाम दिया था। पुलिस ने गिरोह के सरगना संतोष कुमार उर्फ बकरिया सहित पांच लोगों की गिरफ्तारी की है। जिनके पास से एक पिस्तौल, दो देशी फायरआर्म, 15 जिंदा कारतूस, पांच सेलफोन, दो राउटर, दो एटीएम कार्ड और 47,450 रुपये कैश बरामद किए। पुलिस ने बताया कि डकैती के कुछ ही मिनट बाद आरोपियों ने दिखावे के लिए मोटरसाइकिल खरीदी थी। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल बाइक जब्त कर ली है।
आरोपियों की पहचान संतोष, उसकी पत्नी आरती कुमारी उर्फ बसमतिया, पिंटू कुमार, सुमित कुमार उर्फ राहुल और सागर राज के रूप में हुई है। अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय जीतेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त टीम ने बैंक लुटेरों के खिलाफ छापेमारी की थी। अपराधियों को पटना से उस समय गिरफ्तार किया गया जब वो एक और आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
इस गैंग ने 5 अगस्त को दुल्हिन बाजार पीएनबी शाखा से 21 लाख रुपये की लूट, 1 जुलाई को एक्सिस बैंक (शेखपुरा) की बरबीघा शाखा से 25 लाख की डकैती में शामिल था। इसके अलावा बिहटा शाखा एक्सिस बैंक में भी शामिल था। 21 जून को 18 लाख रुपये की डकैती और 3 जून को उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, बिहटा में डकैती को भी अंजाम दिया था। एसटीएफ ने इससे पहले बकरिया गिरोह के सदस्य घनश्याम भारती उर्फ छोटन गिरि और शत्रुघ्न कुमार राय को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। गिरोह के सदस्य पेशेवर रूप से रियल एस्टेट व्यवसाय में शामिल हैं और अपने रियल एस्टेट व्यवसाय में लोन के लिए अपराध करते हैं।
सीनियर एसपी राजीव मिश्रा ने एचटी को बताया कि दुल्हिन बाजार पीएनबी शाखा लूटकांड के चार दिन के अंदर ही बिहार एसटीएफ ने घनश्याम और छोटन को गिरफ्तार कर लिया था। एक जुलाई को एक्सिस बैंक (शेखपुरा) की बरबीघा शाखा में डकैती की जांच कर रही एसटीएफ पहले से ही जांच कर रही है, और सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान कुछ सुराग मिले हैं। दुल्हिन बाजार की घटना के बाद, पुलिस को पता चला कि अपराध में एक विशेष गिरोह शामिल है, जिसके सदस्य बदल गए हैं लेकिन अपराध का पैटर्न वही था।
पुलिस ने सबसे पहले घनशयम को हिरासत में लिया, जिसने घटना में शामिल होने से इनकार कर दिया और दावा किया कि वह जमीन दलाल है। इसके बाद पुलिस ने शत्रुघ्न को बुलाया, जिसने पहले तो घटना से इनकार किया। पुलिस ने बेकरिया के सीसीटीवी फुटेज दिखाए तो वह टूट गया और जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने घनश्याम की निशानदेही पर बकरिया की दूसरी पत्नी (आरती देवी) से लूटे गए 2.28 लाख रुपये नकद बरामद कर लिए हैं।
बकरिया आदतन अपराधी है, वह 22 नवंबर को जमीन संबंधी विवाद को लेकर मंटू शर्मा और उसके पिता की दोहरे हत्याकांड और सारण के सोनपुर में सोना लूट मामले में शामिल था। बकरिया और पिंटू दोनों हाल ही में दीघा थाने में दर्ज गोलीबारी और हत्या के मामले में शामिल थे। पिंटू हाल ही में बर्धमान (पश्चिम बंगाल) जेल से रिहा हुआ है। वह पटना में खादिम शोरूम के मालिक की हत्या में भी शामिल था।