कमरे के अभाव में जमीन पर बैठकर पढ़ते हैं बच्चे
ताजपुर के फतेहपुरबाला पंचायत के प्राथमिक स्कूल में 2009 में स्थापना के बाद भी बच्चे कमरे के अभाव में जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। स्कूल में केवल एक कमरा है और कोई अन्य सुविधा नहीं है। 104 बच्चे...
ताजपुर, निज संवाददाता। प्रखंड के फतेहपुरबाला पंचायत के वार्ड नौ स्थित प्राथमिक स्कूल में स्थापना के डेढ़ दशक बाद भी कमरे के अभाव में बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ने को विवश हैं। जानकारी के अनुसार, सरकार एवं विभाग के आदेश पर वर्ष 2009 में स्कूल की स्थापना की गई थी। उसके बाद से आज तक गरीब बस्ती स्थित यह स्कूल मूलभूत सुविधा से वंचित है। स्कूल के पास भवन के नाम पर सिर्फ एक कमरा है। इसके अलावे कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। बताया जाता है कि चार पांच साल पूर्व विधायक कोष से स्कूल के लिए एक कमरे का निर्माण कराया गया। एचएम अंकिता कुमारी ने बताया कि स्कूल में पहली से पांचवी क्लास तक पढ़ाई होती है। एक ही कमरा है। एक सौ चार बच्चे नामांकित हैं। सभी अगल बगल के हैं। लगभग सौ बच्चे रोजाना पढ़ने आते हैं। एक ही कमरे में ऑफिस, एमडीएम, फर्नीचर, खाद्यान्न, स्टोर सभी काम होता है। इससे बच्चों को बगल के सामुदायिक भवन में बैठाकर पढ़ाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि स्कूल में न चाहरदिवारी है और न ही शौचालय। सामुदायिक शौचालय से काम चलाया जाता है। स्कूल में पांच महिला शिक्षिकाएं हैं। अधिकांश बीपीएससी शिक्षिका हैं। सभी बाहरी हैं। उन्हें भी स्कूल में कमरे एवं शौचालय के अभाव में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एचएम ने बताया कि समस्या से विभाग को अवगत कराया गया है। बीडीओ गौरव कुमार ने बताया कि स्कूल को समस्या के समाधान एवं जरुरी कमरे के लिए विभाग एवं जिला को लिखा जाएगा।
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