गांव से निगम में आये सारी के लोगों पर टैक्स तो बढ़ा, पर सुविधा नहीं
समस्तीपुर के वार्ड-11 में नगर निगम बनने के बाद भी स्थानीय लोगों को बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यहां के निवासियों का कहना है कि नगर निगम केवल टैक्स वसूलने में लगा है, जबकि सफाई,...
समस्तीपुर। नगर निगम बनने से पहले बूढ़ी गंडक नदी किनारे बसा इलाका सारी पंचायत कहलता था। इस पंचायत को नगर निगम के दो वार्डों में बांटा गया। एक वार्ड-11 और दूसरा वार्ड-14। इसकी आबादी करीब 15 हजार है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि नगर निगम सिर्फ टैक्स वसूली में लगा रहता है। लोगों का कहना है कि मोहल्ले में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। इस कारण काफी परेशानी उठानी पड़ती है। लोग सार्वजनिक शौचालय, साफ-सफाई और पेयजल जैसी सुविधा के लिए नगर प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। शहर में बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बसा नगर निगम का वार्ड-11 का सारी मोहल्ला पहले पंचायत था।
तीन साल पहले पूर्व नगर परिषद के नगर निगम के रूप में उत्क्रमण के बाद नगर निगम में दो वार्डों 11 और 14 में बांट कर शामिल कर लिया। यहां की बड़ी आबादी (करीब 15 हजार ) को देखते हुए जितनी बुनियादी सुविधाएं नगर निगम से मिलनी चाहिए थीं, वो अब तक नहीं मिली हैं। इसका दर्द यहां के लोगों के जेहन में कौंध रहा है। नगर निगम के नोटिफिकेशन के तीन साल से अधिक व नगर निगम बोर्ड के गठन के ढाई सालों बाद भी नाला, सड़क, सफाई, पेयजल, शौचालय आदि सुविधाओं के लिए पहले की तरह ही अभी भी लोग संघर्ष कर रहे हैं। पप्पू कुमार व शंकर साह ने बताया कि सारी सिर्फ नाम के लिए नगर निगम का हिस्सा है। कोई ढाई साल पहले नगर निगम का चुनाव हुआ था, तब लोगों ने इस उम्मीद के साथ वोट डाला था कि उन्हें शहर की तरह हर सुविधा दी जाएगी, लेकिन यह उम्मीद अब तक पूरी नहीं हुई। नगर निगम द्वारा यहां के लोगों के लिए कई सुविधाएं अभी भी उपलब्ध नहीं करायी गयी हैं। प्रमोद कुमार सिंह, राज किशोर सह का कहना है कि मथुरापुर चौक से खानपुर जाने वाली सड़क को नगर निगम ने प्रधान सड़क की श्रेणी में शमिल कर दिया है। इससे सड़क किनारे रहने वाले लोगों को अधिक होल्डिंग टैक्स देना पड़ता है। सड़क कम चौड़ी होने के कारण आये दिन हादसे भी होते रहते हैं। सरकार या नगर निगम को जनता से टैक्स लेने के एवज में सुविधा भी मुहैया करानी चाहिए। वार्ड के मोहल्लों में गली की सड़कें अभी भी जर्जर हैं। रंजीत कुमार, राज कुमार महतो, मो. आरिफ बताते हैं कि यहां नियमित रूप से सफाई नहीं होती है। कूड़ा का उठाव का समय भी सही नहीं है। शहरी क्षेत्र के नाम पर यहां के लोगों पर होल्डिंग टैक्स का बोझ बढ़ा दिया गया है, लेकिन सुविधा अब भी गांव जैसी ही मिल रही है। मथुरापुर चौराहे से सारी तक आनेवाली मुख्य सड़क के किनारे नाले नहीं बनाये गये हैं। इससे बरसात के समय लोगों को जलजमाव के बीच आवागमन करने के लिए विवश होना पड़ता है। स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों के अलावा राहगीरों को पानी के बीच से जाना पड़ता है। यह सड़क आवागमन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। इस रास्ते से लोग खानपुर, रोसड़ा, शिवाजीनगर के अलावा दरभंगा जाते हैं। सुबह से शाम तक सड़क पर वाहनों का आवागमन होता रहता है। इससे आये दिन हादसे भी होते रहते हैं। इस स्थिति से बचाव के लिए सड़क को चौडा कर टू लेन में बदलने की जरूरत है, लेकिन इस काम पर किसी का ध्यान ही नहीं है। इस मांग पर नगर निगम टालमटोल करता रहा है। वार्ड 11 व 14 में नगर निगम की सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। नगर निगम के चुनाव के ढाई साल बाद भी अब तक घर-घर डस्टबिन नहीं दिया गया है। सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट नहीं लगायी गयी है, जबकि ढाई साल से लोग स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग करते आ रहे हैं। नगर निगम केवल जल्द स्ट्रीट लाइट लगाने का आश्वासन ही देता आ रहा है। बिजली के तार भी पुराने होने के कारण जर्जर हो चुके हैं। बोले-जिम्मेदार वार्ड 11 व 14 की हर समस्या मेरे ध्यान में है। कई समस्या दूर भी मैंने की है। बाकी समस्या दूर करने के लिए भी प्रयासरत हूं। कई विकास योजनाएं पाइपलाइन में हैं। धैर्य रखना होगा। सारी मोहल्ले की सभी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। - अनिता राम, मेयर, समस्तीपुर।
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