फसलों को रौंद बर्बाद कर रही नीलगाय, गेहूं,मक्का को क्षति
प्रखंड के किसान जहां एक तरफ प्रकृति की मार से परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ नीलगायों ने भी उनकी ारेशानी बढ़ा दी है।

विद्यापतिनगर, निज संवाददाता। प्रखंड के किसान जहां एक तरफ प्रकृति की मार से परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ नीलगायों ने भी उनकी ारेशानी बढ़ा दी है। नीलगायों का झुंड गेहूं, मक्का, सरसों, बैंगन, मटर, भिंडी आदि फसल को बर्बाद कर रहा है। सुबह हो या शाम, रात का अंधेरा हो या फिर दिन का उजाला हो, इससे इस जंगली जानवरों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। नीलगाय फसल चरने के अलावा उसे रौंदकर बर्बाद कर देते हैं। किसान अभिनाश भारद्वाज ने बताया कि प्रखंड के गढ़सिसई, शेरपुर, मऊ धनेशपुर उत्तर, हरपुर बोचहा आदि पंचायतों में झुंड के झुंड लगभग 50 की संख्या में नीलगाय खेतों में विचरण कर रहे है और सैकड़ों एकड़ में लगे गेहूं, मक्का की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। गांव के किसान नीरज सिंह, भगीरथ सिंह, टुनटुन सिंह, अनिल दास, हरेराम महतो, पवन शर्मा बताते हैं कि पहले भी नीलगाय फसल को बर्बाद करते थे, जिसको लेकर सरकार के आदेश पर दर्जनों नीलगाय को मारा गया था। लेकिन इन दिनों झुंड के झुंड नीलगाय गांव पहुंच जाते हैं और खेतों में लहलहाती फसल गेहूं, मक्का, सरसों, बैंगन, मटर, मसूर आदि फसलों को चरने से ज्यादा रौंदकर बर्बाद कर रहा है। ऐसे में आखिर किसान करे तो क्या करें। समस्या किसी एक गांव के किसान को नहीं बल्कि प्रखंड के कई गांव में नीलगाय पहुंचकर फसलों को नुकसान पहुंचा रही है।
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