मछली स्वरोजगार का बेहतर विकल्प: डीन
डॉ पीपी श्रीवास्तव ने कहा कि मछली पालन और रोजगार को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। यह स्वरोजगार का एक अच्छा विकल्प है। प्रशिक्षण से आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। डॉ पुष्पा कुमारी ने समूह कार्य करने के...
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पूसा । डॉ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि के मा्स्यियकी महाविद्यालय के डीन डॉ पीपी श्रीवास्तव ने कहा मछली पालन व उससे जुड़े रोजगार को बढ़ावा देने की जरूरत है। यह स्वरोजगार का बेहतर विकल्प है। इसमें विवि का यह प्रशिक्षण काफी लाभकारी साबित होगा। जरूरत है प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को जमीन पर उतार कर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाने की। वे शुक्रवार को महाविद्यालय के सभागार में प्रशिक्षुओं को संबोधित कर रहे थे। वैज्ञानिक डॉ पुष्पा कुमारी ने कहा कि समूह बनाकर कार्य करने से उत्पादों का सही मूल्य मिलने के साथ लागत कम और आमदनी में बढ़ोतरी होती है। प्रशिक्षण संयोजिका डॉ तनुश्री घोड़ई ने प्रशिक्षण के दौरान मछली के अचार, कटलेट, बिस्कुट आदि के मार्केट में डिमांड से अवगत कराया। प्रशिक्षुओं के बीच प्रमाण पत्र वितरित की गई। मौके पर वैज्ञानिक डॉ शिवेंद्र कुमार, डॉ मुकेश कुमार सिंह, डॉ सुजीत कुमार नायक, डॉ राजीव कुमार ब्रह्मचारी, डॉ अनिरुद्ध कुमार, रौशन कुमार राम, डॉ राजेश कुमार, साजन कुमार भारती आदि मौजूद थे।
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