गेहूं खरीद की रफ्तार को कुंद कर रहा कोरोना

मौजूदा वित्तीय वर्ष में रबी मौसम में सहकारिता विभाग ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 24 अप्रैल से जिले में गेहूं खरीद तो शुरू कर दी, लेकिन...

Newswrap हिन्दुस्तान, समस्तीपुरThu, 6 May 2021 11:11 PM
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समस्तीपुर निज संवाददाता

मौजूदा वित्तीय वर्ष में रबी मौसम में सहकारिता विभाग ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 24 अप्रैल से जिले में गेहूं खरीद तो शुरू कर दी, लेकिन खरीद की रफ्तार को कोरोना महामारी कुंद कर रहा है। इसने कई पैक्स अध्यक्षों व किसानों को संक्रमित कर रखा है। जिससे इसका प्रतिकूल प्रभाव गेहूं खरीद प्रकिया पर पड़ रहा है। किसान और पैक्स अध्यक्ष फिलहाल अपने अपने को कोरोना से बचाने में लगे हैं। सहकारिता अधिकारियों के प्रयास के बाद भी गेहूं खरीद बिक्री का हिस्सा बनने से अधिकतर किसान परहेज कर रहे हैं। हालांकि, सहकारिता विभाग क्रय केद्रों पर कोरोना प्रोटोकॉल व्यवस्था के बीच सुरक्षित तरीके से गेहूं खरीदारी कराने में लगा है। समस्तीपुर के विशनपुर के रामसेवक राय, शिवनाथ राय, धुरलक के प्रमोद दास, बिरजू पासवान आदि ने बताया कि कोरोना महामारी के अभी के समय मे क्रय केंद पर गेहूं लेकर जाना सुरक्षित नहीं है।

प्रखंडों में गेहूं खरीद की अब तक की स्थिति

जिले में कुल 363 क्रय केंद्रों पर मात्र 78 किसानों से अब तक कुल 500 मैट्रिक टन गेंहू खरीद की गई है जिन्हें एसएफसी के गोदाम पर भेजा जाएगा। आठ प्रखंड ऐसे हैं जहां के किसी क्रय केंद्र पर अब तक एक भी किसान अपना गेंहू बेचने नहीं पहुंचे हैं। इन प्रखंडों में खरीद शून्य है। इसमें समस्तीपुर, पूसा, वारिसनगर, बिथान, हसनपुर, सरायरंजन, सिंघिया और शिवाजीनगर प्रखंड शामिल है। सहकारिता विभाग से चयनित पैक्सों और व्यापार मंडलों को क्रय केंद बनाया गया है। पंचायत स्तर पर पैक्स और प्रखंड स्तर पर व्यापार मंडल को गेहूं खरीद का अधिकार दिया गया है जिन्हें ऑनलाइन खरीद प्रक्रिया के जोड़ा गया है। इस वित्तीय वर्ष के रबी मौसम के लिए जिला में गेहूं खरीद का कुल लक्ष्य पांच लाख एमटी निर्धारित है।

12 प्रखंडों में 500 मैट्रिक टन गेहूं खरीद

जिले के 12 प्रखंडों के चयनित क्रय केंद्रों पर कुल 500 मैट्रिक टन गेहूं की खरीददारी की गई है। सबसे अधिक उजियारपुर प्रखंड में गेहूं की खरीद की गई है। वहां 27 किसानों ने कुल 118 क्विंटल गेहूं बेचा है। उसके बाद विद्यापतिनगर, मोहनपुर, मोहिउद्दीनगर, विभूतिपुर, ताजपुर व शिवाजीनगर का स्थान आता है। इन प्रखंडों में क्रमश: 13 किसानों से 81 क्विंटल, 11 किसानों से 69 क्विंटल, नौ किसानों से 54 क्विंटल, पांच किसानों से 27 क्विंटल, तीन किसानों से 25 क्विंटल, तीन किसानों से 22 क्विंटल गेंहू खरीदा गया है।

निबंधित किसान ही गेंहू बेच सकते हैं

जिले में कृषि विभाग से निबंधित कुल किसानों की संख्या पांच लाख से अधिक हैं। सरकारी प्रावधान के अनुसार इसी निबंधित किसानों से क्रय केंद्र को गेहूं खरीद करना है। रैयत और गैर रैयत दोनों तरह के किसान के लिए अधिकतम गेंहू खरीद का अलग अलग मात्रा निर्धारित किया गया है। रैयत किसान के लिए 150 क्विंटल और गैर रैयत के लिये 50 क्विंटल निर्धारित है। 15 जुलाई गेंहू खरीद की डेडलाइन है। गेहूं का दर 1975 रुपये प्रति क्विंटल तय है।

कोरोना महामारी में सभी लोगों के हित का ध्यान रखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करते हुए इस बार अधिक से अधिक किसानों से गेहूं खरीद करने के लिए हमलोग प्रयासरत हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से परेशानी भी हो रही है। फिर भी लक्ष्य को प्राप्त करना है। खरीद प्रक्रिया से जुड़े हर प्रखंड में दो से चार लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं।

अजय कुमार भारती, जिला सहकारिता अधिकारी, समस्तीपुर।

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