होटल-चाय दुकानों के बंद रहने से कम हुआ व्यवसाय
शाहपुर पटोरी में कोरोना काल में लॉकडाउन का कहर अन्य व्यवसायों के साथ-साथ बेकरी उद्योग ऊपर भी टूटा। स्थिति यह है कि 6 माह बीतने के बाद भी बेकरी उद्योग अब तक पटरी पर नहीं लौट सका है। लॉकडाउन में लगभग...
शाहपुर पटोरी में कोरोना काल में लॉकडाउन का कहर अन्य व्यवसायों के साथ-साथ बेकरी उद्योग ऊपर भी टूटा। स्थिति यह है कि 6 माह बीतने के बाद भी बेकरी उद्योग अब तक पटरी पर नहीं लौट सका है। लॉकडाउन में लगभग तीन माह तक बेकरी उद्योग पूरी तरह बंद रहे।
लॉकडाउन समाप्त के बाद भी बेकरी उद्योग का व्यवसाय पूर्व की तुलना में मात्र 40 से 50 फीसदी ही हो पा रहा है । शहर के सिनेमा चौक पर लघु बेकरी उद्योग एवं इसकी दुकान संचालित करने वाले अजीत कुमार तथा एएनडी कॉलेज के समीप बड़े बेकरी उद्योग संचालक मो. मोहसीन ने बताया कि यह व्यवसाय पूरी तरह कच्चे सामान पर आधारित है।
अचानक लॉकडाउन की घोषणा हुई और फिर लंबे समय तक यह लॉकडाउन जारी रहा। इस अवधि में बेकरी बनाने वाले कच्चे सामान खराब हो गए। आमतौर पर बेकरी उत्पादों की बिक्री किराना, परचून, स्टेशनरी, छोटे होटल, चाय-पान की दुकानों में होती है। लॉकडाउन के कारण जब दुकानें खुली ही नहीं तो बेकरी का उत्पादन बंद करना मजबूरी बन गई।
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