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बारिश से सहरसा शहर की गली, मोहल्ले व सड़कों पर जलजमाव

सहरसा शहर में रविवार की अहले सुबह से लेकर दिनभर बारिश हुई। गली, मोहल्लों से लेकर सड़कों पर जलजमाव हो गया। इससे शहरवासियों को आवागमन में काफी परेशानी हुई। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार लगभग 35.6 एमएम बारिश...

Newswrap हिन्दुस्तान, सहरसाSun, 19 July 2020 11:24 PM
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सहरसा शहर में रविवार की अहले सुबह से लेकर दिनभर बारिश हुई। गली, मोहल्लों से लेकर सड़कों पर जलजमाव हो गया। इससे शहरवासियों को आवागमन में काफी परेशानी हुई। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार लगभग 35.6 एमएम बारिश हुई है। मौसम विभाग ने पूर्व में ही 72 घंटे तक भारी वर्षापात के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी की थी। अभी दो दिन और बारिश होने की संभावना है।

रविवार को बारिश के बीच ग्रामीण इलाकों में वज्रपात की भी घटना हुई। झमाझम बारिश से एक तरफ मौसम थोड़ा सुहाना हुआ तो दूसरी तरफ शहर में हर तरफ जलजमाव जैसा नजारा बन गया। बारिश ने नगर परिषद के ड्रैनेज सिस्टम की पोल खोल कर रख दी। गली, मोहल्लों से लेकर मुख्य सड़क तक पर जलजमाव हो गया। कहीं डेढ़ तो कहीं दो फीट तक पानी जमा हो गया। शहर के गंगजला, गौतम नगर, बटराहा, नयाबाजार, पूरब बाजार, कायस्थ टोला, हटिया गाछी बस्ती सहित कई मोहल्लों में जलजमाव से विकट स्थिति हो गई। खासकर मुख्य सड़क में बंगाली बाजार एवं बाबाजी कूटी सड़क पर जगह-जगह पानी व कीचड़ से लोग परेशान हुए। शहर की बस स्टैंड सड़क पर जगह-जगह पानी जमा हो गया। सड़क निर्माण के लिए सड़क की खुदाई कर छोड़ दिया गया है। इन गड्ढों में पानी जमा हो गया है। कचहरी ढाला सड़क में भी पानी जमा रहने एवं नाला निर्माण के लिए दोनों तरफ खुदाई से लोगों को बचकर चलना पड़ा। लोगों ने जलजमाव से निजात दिलाने की मांग की।

उमस भरी गर्मी जारी : दिनभर बारिश होने के बाद भी तापमान में मात्र दो डिग्री की ही कमी आई। रविवार को अधिकतम तापमान 33.3 एवं न्यूनतम 25. 7 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा कम चलने से लोग उमस भरी गर्मी से परेशान रहे।

धान के लिए फायदेमंद : बारिश होने से खेतों में पानी जमा हो गया है। इससे किसान खुश हैं। धान रोपनी के बाद तीखी धूप में कई खेतों में दरार पड़ने लगी थी और धान के पौधे मुरझाने लगे थे। इन पौधों के लिए बारिश काफी फायदेमंद साबित हो रही है। वहीं जो किसान अबतक धान रोपनी नहीं कर पाए हैं, वे रोपनी में जुट गए हैं।

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