धान खरीद में नहीं आई तेजी
सिमरी बख्तियारपुर में धान खरीद में सुस्ती बनी हुई है। कुछ पंचायतों में धान खरीद की शुरुआत की गई है, जबकि अन्य जगहों पर खरीद की कोई गतिविधि नहीं है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि पैक्स द्वारा धान...
सिमरी बख्तियारपुर, एक प्रतिनिधि। सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र में धान खरीद में पूरी तरह से सुस्ती बनी है। कुछ पंचायत में पैक्स के द्वारा धान खरीद करने को लेकर शुरुआत किया गया है। कई पंचायत में धान खरीदने को लेकर सुगबुगाहट तक नहीं है। प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी बृजेश कुमार ने बताया कि फिलहाल खम्होती, तारियामा, महखड़, धनुपुरा पैक्स में धान खरीद की शुरुआत किया गया है। बाकी पंचायत में पैक्स के द्वारा धान खरीद की शुरुआत बहुत जल्दी शुरू हो जाएगा। जिस जिस पैक्स में चुनाव हो रहा है, उक्त पैक्स में प्रबंधक के द्वारा धान खरीद किया जाएगा। 1 दिसंबर को पैक्स के अध्यक्ष एवं समिति का मतदान होगा। उसके बाद उसी दिन गिनती भी होगा। नए अध्यक्ष एवं समिति के बनने के बाद सभी पैक्स में धान खरीद में तेजी आएगी।
बख्तियारपुर उतरी एवं दक्षिणी में पिछले वर्ष नहीं हुआ था धान की खरीद: पिछले वर्ष नगर के बख्तियारपुर उतरी एवं दक्षिणी पैक्स में धान की खरीद नहीं किया गया था। जिन कारण किसान को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। बख्तियारपुर उतरी पंचायत में पैक्स का चुनाव नहीं होने के कारण उक्त पंचायत को बख्तियारपुर दक्षिणी पैक्स से टैग कर दिया था। वावजूद एक किलो भी धान पैक्स के द्वारा नहीं खरीदा गया। जिन कारण किसान अपनी धान को सस्ते दामों में बाजार में बेचने को मजबूर हो गया था। लेकिन इस बार किसान भी अलर्ट है। किसान का कहना है अगर धान की खरीद पैक्स के द्वारा नहीं किया गया तो धान के बोरा के साथ इस बार सड़क को ही जाम कर देंगे।
सरकार दे रही है किसान की धान के अच्छे दाम: इस बार धान की अच्छी कीमत सरकार के द्वारा दिया जा रहा है। सामान्य धान 2300 रुपए क्विंटल एवं ए ग्रेड धान 2320 रुपए की दर से पैक्स के द्वारा किसान से दान की खरीद करेगा। जबकि खुला बाजार में फिलहाल धान 1700 से 1900 रुपए क्विंटल धान की बिक्री किसान के द्वारा किया जा रहा है। इस समय किसान का धान लगभग तैयार है। खेत में गेहूं, तेलहन, दलहन की बुआई भी हो रहा है।
बाजार से गायब है डीएपी खाद: इस समय रबी की बुआई चल रहा है। नगर परिषद स्थित बिस्कोमान गोदाम में बीते छह माह से डीएपी खाद का एक बोरा भी नहीं आया है।डीएपी खाद के लिए किसान दर दर भटक रहा है। बिस्कोमान गोदाम में इस समय फिलहाल यूरिया एवं पोटाश ही है। जबकि गेहूं की बुआई के लिए डीएपी बहुत जरूरी है।
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