लोन कंपनी के कारण आत्महत्या के बाद परिजनों में आक्रोश
- सिमरी बख्तियारपुर के मुसहरनिया गांव में एक व्यक्ति ने निजी फाइनेंस कर्मियों के दबाव के कारण जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद उसके परिजनों ने प्रदर्शन किया। मृतक ने 75 हजार का लोन लिया था और किस्त...

सिमरी बख्तियारपुर, एक प्रतिनिधि। सलखुआ थाना अंतर्गत मुसहरनिया गांव के एक व्यक्ति द्वारा निजी फाइनेंस कर्मी को लोन का पैसा चुकाने में असमर्थ होने पर एवं फाइनेंस कर्मी के द्वारा प्रताड़ित किए जाने से परेशान एक व्यक्ति के जहर खाकर जान देने के बाद परिजनों में आक्रोश है। व्यक्ति की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने सिमरी बख्तियारपुर पोस्ट ऑफिस गली स्थित फाइनेंस कंपनी कार्यालय के सामने शव को रखकर प्रदर्शन किया।
सलखुआ थाना क्षेत्र के मूसहरनिया गांव निवासी देवानंद पासवान की पत्नी विभा देवी ने बताया कि बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के पोस्ट आफिस गली स्थित निजी माइक्रो फाइनेंस से 75 हजार रुपए लोन लिया था। जिसका प्रत्येक माह 4200 रुपया किस्त की राशि उनके द्वारा जमा कर दिया जाता था। लेकिन बीते माह के 25 मार्च को किस्त की राशि उनको जमा करना था। किसी कारण बस वह किस्त की राशि जमा नही कर पाया। इसके बाद विभा देवी पर फाइनेंस कर्मी के कलेक्शन एजेंट के द्वारा क़िस्त की राशि जमा करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
इस दौरान 1 अप्रैल को निजी माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट द्वारा महिला और पति देवानंद पासवान के साथ गाली गलौज करते हुए रुपया जमा करने का दबाव देने लगा। जिसमें उन्होंने रुपया देने में असमर्थता जताई और कुछ दिन बाद रुपया दे देने का आश्वासन दिया। लेकिन कलेक्शन एजेंट कर्मी उसकी एक न सुनी। परिजनों का आरोप है कि कलेक्शन एजेंट ने कहा कि जहां से भी हो रुपया लाकर दो, रुपया अभी देना होगा नहीं तो जहर खाकर मर जाओ। इतना सुनते ही विभा देवी का पति देवानंद पासवान ने बीते मंगलवार को जहर खा लिया। परिजन उनको इलाज कराने सहरसा स्थित निजी क्लिनिक में भर्ती कराया, लेकिन नहीं बचाया जा सका। बताते चले कि मृतक देबानन्द पासवान वार्ड संख्या 02 में सफाई कर्मी के रूप में कार्यरत थे। मृतक को तीन पुत्र व तीन पुत्री है। वही घटना के बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना से गुस्साए लोगों ने किया प्रदर्शन: इधर घटना से गुस्साए परिजन व ग्रामीणों ने गुरुवार को बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के पोस्ट आफिस गली स्थित माइक्रो फाइनेंस कंपनी के समीप मृतक के शव को रखकर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि बैंक कर्मी के दबाव में आकर देवानंद पासवान ने आत्महत्या कर लिया है। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने बैंक कर्मी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे।
सूचना मिलते ही बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार, दारोगा नरेंद्र सिंह, सुधीर कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल पोस्ट आफिस गली पहुंची और मामले को शांत करने में जुट गई। लेकिन आक्रोशित ग्रामीण अपने मांग पर अड़े रहे। इस दौरान घटना की सूचना सलखुआ थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही सलखुआ पुलिस की टीम भी भारी संख्या में दल बल के साथ सिमरी बख्तियारपुर स्थित प्रदर्शन स्थल पर पहुंची। मामला तब भी शांत नहीं हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने वरीय पदाधिकारी को बुलाकर बैंक कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे। मामले की जानकारी बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार ने एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर को दिया। सूचना मिलते ही एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। बताया जाता है कि घटना से गुस्साए ग्रामीणों के आने की भनक लगते ही ब्रांच मैनेजर सहित सभी कर्मी मौके से फरार हो गए और ब्रांच में ताला लटका हुआ पाया गया।
एसडीपीओ के आश्वासन पर मामला हुआ शांत
घटना की सूचना पर पहुंचे एसडीपीओ तीन घंटे तक ग्रामीणों को समझाने की कोशिश करते रहे। लेकिन ग्रामीण बैंक कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई करने और मृतक के परिजन को उचित मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे। एसडीपीओ द्वारा काफी समझाने और कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोगों को समझा बुझा कर किसी तरह मामला शांत करवाया गया। प्रदर्शन स्थल पर मौजूद जन सुराज के नेता शमीम अनवर ने मृतक के परिजन को उचित मुआवजा देने की मांग की है। एसडीपीओ मुकेश ठाकुर ने बताया कि घटना से संबंधित अब तक किसी प्रकार का आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। आवेदन प्राप्त होने पर करवाई किया जाएगा। एक टीम गठित कर इस पूरे मामले की जांच कर आगे की करवाई किया जाएगा।
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