गुणवत्ता वाले बीज का करें उत्पादन
मंडन भारती कृषि महाविद्यालय अगवानपुर में धान के खेतों का निरीक्षण किया गया। कृषि वैज्ञानिकों ने बीज उत्पादन की सावधानियों की जानकारी दी। सबौर प्रजाति के धान की पैदावार अच्छी होने की बात कही गई, जो कम...
सत्तर कटैया, एक संवाददाता। मंडन भारती कृषि महाविद्यालय अगवानपुर प्रक्षेत्र में बीज उत्पादन के विभिन्न प्रजातियों में लगे धान के खेतों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण टीम में शामिल कृषि वैज्ञानिकों ने गुणवत्तापूर्ण उत्पादन का निरीक्षण किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. अरूणिमा कुमारी के साथ निरीक्षण टीम में शामिल वैज्ञानिकों ने बीज उत्पादन में नर्सरी से लेकर परिपक्वता अवस्था तक बरतने वाले सारी सावधानियां के बारे में अवगत कराया। इस बार खरीफ धान में सबौर प्रजाति के धान का पैदावार काफी अच्छा होने की जानकारी दी गई। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि धान की यह प्रजाति कम अवधि में अधिक पैदावार देती है। कम अवधि में फसल तैयार होने से दलहन एवं तेलहन की भी खेती इन खेतों में समयानुसार होती है जिससे किसान लाभान्वित होते हैं। यह पैदावार 140 से 145 दिनों में जहां होती है वहीं उत्पादन क्षमता भी 45 से 48 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है। रोपणी से लेकर भण्डार तक ध्यान रखने की बात बताई गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. अरुणिमा कुमारी एवं कृषि वैज्ञानिक डा. मुकुल कुमार ने बताया कि बदलते मौसम में किसानों को सही प्रजाति के फसल बोने की आवश्यकता है ताकि कम लागत और कम समय में अधिक पैदावार हो सके। इस मौके पर कई कृषि वैज्ञानिक उपस्थित थे।
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