नई शिक्षा नीति से शिक्षा प्रणाली बना लचीला और सुलभ
सहरसा में इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्व विद्यालय का 38वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। इसमें 5676 छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कुलपति प्रोफेसर बिमलेन्दु शेखर झा ने नई...

सहरसा, हिन्दुस्तान संवाददाता। इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्व विद्यालय का 38 वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। विश्व विद्यालय का मुख्य समारोह नई दिल्ली स्थित इग्नू मुख्यालय में आयोजित किया गया। देश भर में चयनित 39 क्षेत्रीय केंद्रों में सहरसा क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा प्रेक्षागृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया। 59 अध्ययन कार्यक्रमों में डिग्री और डिप्लोमा प्रमाण पत्र करने वाले में 2001 मास्टर डिग्री प्रोग्राम, 3559 बैचलर डिग्री प्रोग्राम, 97 छात्र डिप्लोमा और पीजी डिप्लोमा और 19 छात्र सटिफिकेट सहित कुल 5676 छात्र छात्राओं के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया बुधवार को बीएनएमयू कुलपति प्रोफेसर बिमलेन्दु शेखर झा ने
दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 20 से शिक्षा व्यवस्था में कई परिवर्तन हुए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से शिक्षा प्रणाली लचीला और सुलभ बनाया गया है। इस नीति का मकसद है कि छात्रों को चुनौतियों का सामना करने और 21वीं सदी के अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार किया जाए। नई शिक्षा नीति से ज्ञानियों का सम्मान बढ़ेगा और सभी क्षेत्रों में विकास होगा। जिससे भारत विश्व गुरु बनने में सहायक सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि ज्ञान एवं शिक्षा का हमारा अतीत गौरवशाली रहा है। प्राचीन भारत में गुरुकुल ही अध्ययन केन्द्र हुआ करता था। आवासीय शिक्षा की व्यवस्था थी और जब छात्र शिक्षित हो जाते थे तो उन्हें दीक्षित कर समाज सेवा सहित अन्य विशिष्ट कार्य के लिए फ्री कर दिया जाता था। अब शिक्षण संस्थानों की वृद्धि होती गई और शिक्षण प्रणाली में अंतर आता गया। कुलपति ने प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले सभी छात्र छात्राओं से कहा कि आप सभी लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़े और समाज, देश की सेवा का काम करें।
क्षेत्रीय निदेशक डा मिर्जा नेहाल अहमद बेग ने कहा कि आज इग्नू ने एक और उपलब्धि हासिल की है। विश्व विद्यालय का अड़तीस वां दीक्षांत समारोह अद्वितीय है और पूरे देश में एक साथ आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इग्नू राज्य और विशेषकर इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। सहरसा क्षेत्रीय केंद्र कोसी और सीमांचल क्षेत्र के आठ जिलों को कवर करता है। 2011 में स्थापित नामांकन के मामले में देश के 69 क्षेत्रीय केंद्रों में से से शीर्ष 10 में से एक बन गया है।
प्रो गौरी कांत झा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में सहायक क्षेत्रीय निदेशक डा दीपक गोस्वामी, पूवॅ प्राचार्य डा रेणु सिंह, कृषि कॉलेज प्राचार्य डा अरूणिमा कुमारी, प्रो अजय कुमार सिंह सहित भुवन कुमार, संदीप आनंद, राजकुमार, जितेंद्र सहित अन्य मौजूद थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।