गैस सिलेंडर की कीमतों में लगी आग से चूल्हा हुआ ठंडा
सहरसा | नगर संवाददाता गैस सिलेंडर की कीमतों में आग लगी हुई है और
सहरसा | नगर संवाददाता
गैस सिलेंडर की कीमतों में आग लगी हुई है और इसके कारण गैस चुल्हे की आग ठंडी पड़ने लगी है। बढती महंगाई के कारण अब हर महीने गैस सिलेंडर रिफिलिंग कराने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में कमी आ रही है। महिलाओं को लकड़ी के चूल्हा से आजादी दिलाने के लिए वर्ष 2016 में देशव्यापी उज्ज्वला योजना की शुरुआत हुई थी।
शुरुआत में इस योजना से काफी लोग लाभान्वित हुए थे। उज्ज्वला योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को रियायत पर एलपीजी का कनेक्शन दिया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में धुंआरहित भारत की परिकल्पना इस योजना का मुख्य उद्देश्य था। इधर बीते कुछ महीनों से घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है। जिससे न सिर्फ उज्जवला योजना के उपभोक्ता आम उपभोक्ताओं को भी गैस सिलेंडर रिफिलिंग कराने में काफी परेशानी हो रही है। जिस समय यह योजना शुरू हुई थी तब घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत करीब पांच सौ रूपये थी। जबकि वर्तमान में एक सिलेंडर के लिए उपभोक्ताओं को करीब नौ सौ रुपये भुगतान करना पड़ता है।
हर महीने घट रही रिफिलिंग की संख्या :गैस सिलेंडर की बढती कीमतों की वजह से हर महीने गैस सिलेंडर रिफिलिंग कराने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में कमी देखी जा रही है। जिसमें उज्ज्वला योजना के कनेक्शनधारी के अलावा अन्य आम उपभोक्ता भी शामिल हैं।डीबी रोड स्थित अरूणित इंडेन गैस एजेंसी के संचालक अजय कुमार सिंह ने बताया कि आकड़ों के अनुसार ऐसा लग रहा है हर महीने गैस सिलेंडर की मांग कम हो रही है। उन्होंने बताया कि एजेंसी के करीब बीस हजार उपभोक्ता हैं। जिसमें उज्ज्वला योजना के उपभोक्ताओं की संख्या करीब 22 सौ है। दिसम्बर महीने से गैस सिलेंडर बिक्री का आंकड़ा साढ़े 14 हजार रुपये था। जनवरी में बिक्री की संख्या पांच सौ घटकर 13 हजार तक पहुंच गई। जबकि फरवरी महीने में बिक्री काफ़ी नीचे पहुंच गई। फरवरी महीने में साढ़े ग्यारह हजार ही गैस उपभोक्ताओं ने गैस सिलेंडर लिया। आकड़ों से यह पता चलता है कि महंगाई का असर गैस सिलेंडर खरीद पर काफी ज्यादा पड़ रहा है।
कीमत बढ़ी, सब्सिडी घटा: जिस समय उज्ज्वला योजना शुरू हुई थी तो उस समय गैस सिलेंडर की कीमत करीब पांच सौ रुपये थी और सब्सिडी 250 सौ रुपये मिलता था। एक गैस सिलेंडर की कीमत करीब तीन सौ रूपये की आती थी। लेकिन सिलेंडर के दाम बढ़ते गए और सब्सिडी कम होता गया। अभी गैस सिलेंडर पर करीब 80 रूपये सब्सिडी मिलती है। जबकि सिलेंडर खरीदने में करीब नौ सौ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। अभी एक सिलिंडर की कीमत करीब सवा आठ सौ रुपये है। बीते नवंबर महीने में घरेलू सिलेंडर की कीमत 696 रूपये थी। दिसंबर महीने में बढकर 796 रूपया हो गया। जनवरी महीने में कीमत बढकर 871 रूपये पहुंच गया।
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