फिर पांच हाईस्पीड इंजन रेल कारखाना से निकला
सहरसा | निज प्रतिनिधि देश की सबसे शक्तिशाली और तेज रफ्तार वाली पांच और...
सहरसा | निज प्रतिनिधि
देश की सबसे शक्तिशाली और तेज रफ्तार वाली पांच और हाईस्पीड एसी विद्युत इंजन शनिवार को मधेपुरा रेल कारखाना से निकली। मधेपुरा रेल कारखाना में निर्मित इंजन चलकर सहरसा होकर मुगलसराय के लिए गई।
इंजन निकालने के लिए सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ सुभाष कुमार, सहरसा के लोको इंस्पेक्टर जेके सिंह और चालक गए थे। एसएसई रेलपथ ने ब्लॉक लेते हुए इंजन को मधेपुरा रेल यार्ड भिजवाया और सहरसा के चालक इसे लेकर गंतव्य स्थान को गए। मधेपुरा रेल इंजन कारखाना के उप मुख्य अभियंता विद्युत प्रभात कुमार ने कहा कि पांचों इंजन को मुगलसराय(दीनदयाल उपाध्याय) भेजा गया है। मालगाड़ी में लगकर इंजनें कौन सी रेलखंडों में चलाई जाएगी उस संबंध में रेलवे बोर्ड निर्णय लेगा। रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार रूट पर इन इंजनों को परिचालित कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मधेपुरा रेल कारखाना निर्मित 12 हजार हॉर्स क्षमता वाली देश की सबसे शक्तिशाली इंजन को 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलाने की रेलवे बोर्ड से अनुमति प्राप्त है।
दो और एसी विद्युत इंजन है बनकर तैयार : मधेपुरा रेल कारखाना में अभी दो और एसी विद्युत इंजन बनकर तैयार है। कारखाना के उप मुख्य अभियंता विद्युत ने कहा कि कोरोना काल में भी इंजनों का निर्माण जारी रखा गया। सामग्रियों की उपलब्धता होने के बाद निर्माण की गति तेज हो गई।
अबतक 67 इंजन बनकर निकल चुका : मधेपुरा रेल कारखाना में निर्मित 67 इंजन अबतक तैयार होकर बाहर निकल चुकी है। जिसमें शनिवार को निकाले गए पांच इंजन शामिल है। उप मुख्य अभियंता ने कहा कि पहला इंजन बीते साल 2020 के मार्च माह में निकाला गया था। उसे पहली बार मालगाड़ी में लगाकर 18 मई 2020 को परिचालित कराया गया।
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