आधुनिक मिट्टी जांच प्रयोगशाला प्रारंभ
सिमरी बख्तियारपुर के किसानों के लिए एक बड़ी राहत है। अब उन्हें मिट्टी की जांच के लिए सहरसा नहीं जाना पड़ेगा। बिहार सरकार के कृषि मंत्री ने वर्चुअल उद्घाटन कर मिट्टी जांच प्रयोगशाला की शुरुआत की है।...
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सिमरी बख्तियारपुर, निज संवाददाता। सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के किसानो के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब उन्हें अपने खेतों की मिट्टी की जांच के लिए जिला मुख्यालय सहरसा नहीं जाना पड़ेगा। सोमवार को बिहार सरकार के कृषि मंत्री मंगल पांडे वर्चुअल तरीके से उद्घाटन कर सिमरी बख्तियारपुर के किसानों को तोहफा दिया है। जिसके कारण आज से सिमरी बख्तियारपुर में ही एक आधुनिक मिट्टी जांच प्रयोगशाला कार्य करना प्रारंभ हो गया है। यहां किसान आसानी से मिट्टी की जांच करा सकेंगे और उन्हें मृदा हेल्थ कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा। सिमरी बख्तियारपुर ई-किसान भवन में स्थापित इस प्रयोगशाला के निर्माण पर लगभग 75 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसकी सालाना जांच क्षमता करीब 10 हजार सैंपल तय की गई है। यहां पर किसानों को मिट्टी की गुणवत्ता, पोषक तत्वों की उपलब्धता और सुधार के सुझाव से संबंधित पूरी रिपोर्ट दी जाएगी। इसको लेकर सोमवार को ई किसान भवन में उत्सवी माहौल था। सिमरी बख्तियारपुर में कृषि मंत्री वर्चुअल माध्यम से इस प्रयोगशाला उद्घाटन किया। तत्पश्चात जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार, सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड प्रमुख शवनम कुमारी, अनुमंडल क़ृषि पदाधिकारी आनंद चौधरी आदि ने भी संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर एवं शिलापट्ट अनावरण कर मिट्टी प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर ई किसान भवन में अनुमंडल स्तरीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला सिमरी बख्तियारपुर में खुलने से अब यहां के किसानों को सहरसा नहीं जाना पड़ेगा। इस इलाके के किसान ससमय मिट्टी की जांच कर फसल के पैदावार को बढ़ा सकते हैं। वही प्रखंड प्रमुख ने कही की मिट्टी प्रयोगशाला खुलने से इलाके के लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कही कि प्रखंडों के मेहनती किसानों को अपनी मिट्टी की जांच कराने में न केवल आसानी होगी। बल्कि वे अपनी फसलों की उत्पादकता भी बढ़ा सकेंगे। वही अनुमंडल कृषि पदाधिकारी आनंद चौधरी ने कहा कि फसल की बुवाई या रोपाई से एक महीने पहले मिट्टी की जांच करानी चाहिए। यदि कोई किसान सघन पद्धति से खेती करता है तो उसे हर साल मिट्टी जांच करवानी चाहिए। जबकि साल में केवल एक फसल लेने वाले किसानों को हर दो से तीन साल में जांच करानी चाहिए। मौके पर सहायक निदेशक रसायन सहरसा के अमितेश कुमार, ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, सहायक निदेशक उद्यान शैलेन्द्र कुमार, सहायक निदेशक क्षेत्रिय बीज निदेशक प्रयोगशाला मिथलेश कुमार, सहायक निदेशक शल्य ऋषि रंजन, भाजपा नेता संजीव भगत, लोजपा नेता श्याम भारती, बीटीएम आसना, विजय झा सहित सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ एवं बनमा ईटहरी प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि ने भाग लिया।
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