एसटीईटी : आरएम कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र में समय से आती ओएमआर सीट तो नहीं होता बवाल
आरएम कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र में अगर समय से ओएमआर सीट पहुंच जाती तो शायद बवाल नहीं होता। परीक्षार्थियों को जैसे ही सादा ओएमआर सीट मिली वे आक्रोशित हो उठे। आक्रोशित महिला परीक्षार्थियों ने बवाल...
आरएम कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र में अगर समय से ओएमआर सीट पहुंच जाती तो शायद बवाल नहीं होता। परीक्षार्थियों को जैसे ही सादा ओएमआर सीट मिली वे आक्रोशित हो उठे। आक्रोशित महिला परीक्षार्थियों ने बवाल मचाना शुरू कर दिया।
हंगामा मचा रही महिला परीक्षार्थियों का आरोप था कि पहले से सबकुछ सेटिंग था। इस कारण ओएमआर सीट कम पड़ गई। एसटीईटी की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों का कहना था कि प्रश्नपत्र भी लीक था। महिला परीक्षार्थी के आक्रोश को देखते बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। आरएम कॉलेज छावनी में तब्दील हो गया था। बावजूद इसके पुलिस बलों के सामने ही परीक्षार्थियों ने बबाल काटना शुरू कर दिया। कॉलेज के बाहर सड़क से गुजर रहे वाहनों को रोक कर जाम करने लगी। लगभग चार घंटे तक कालेज में अफरातफरी की स्थिति बनी रही। स्थिति को संभालने के लिए खुद एसपी राकेश कुमार को पहुंचकर कमान संभालना पड़ा। एसपी के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत कर हालात को काबू में किया। हालांकि बवाल के दौरान कॉलेज के अंदर व बाहर परीक्षार्थियों ने तोड़फोड़ भी मचाई। उपविकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह बार-बार महिला परीक्षार्थियों के पास जाकर शांत होने का आग्रह करते परीक्षा में भाग लेने की अपील करते नजर आए। एसपी व डीडीसी द्वारा परीक्षार्थियों को अधिक समय देने का भी आश्वासन दिया गया लेकिन परीक्षार्थी शुरु से ही परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े थे।
प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक व वीक्षकों को बनाया बंधक : परीक्षार्थियों ने परीक्षा कमरे को बंद कर कॉलेज प्राचार्य व अन्य को बंधक बनाने हुए दूसरी पाली की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान लगातार एसपी, डीडीसी, सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, सदर थानाध्यक्ष सहित पुलिस और कालेज के प्रशासन ने अभ्यर्थियों को काफी समझाने की कोशिश की। लेकिन समझाने का कोई कोशिश सफल नहीं हुई। परीक्षार्थीगेट को बंद कर हंगामा करते रहे। बाद में प्रशासन की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी दी लेकिन उसका भी कोई असर नहीं हुआ। हंगामा को देखते हुए सौरबाजार थानाध्यक्ष जयशंकर प्रसाद, बैजनाथपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार, बिहरा थानाध्यक्ष अरविंद मिश्र सहित भारी मात्रा में पुलिस को बुलाया गया। हंगामा को देखकर शहर के अन्य तीन परीक्षा केंद्रों पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ायी गयी।
महिला परीक्षार्थियों के अभिभावकों में भी आक्रोश : महिला परीक्षार्थी के अभिभावकों में भी आक्रोश देखा गया। कई अभिभावकों ने बताया कि अगर परीक्षा रद्द कर दी गई तो परीक्षार्थियों को बाहर निकाल देना चाहिए। बिहार बोर्ड को पैकेट भी सही ढंग से चेक कर भेजना चाहिए।
चार केन्द्रों पर दोनों पालियों में हुई परीक्षा: अन्य केंद्र जिला स्कूल, रमेश झा महिला महाविद्यालय एवं एमएलटी कॉलेज में परीक्षा शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। दूसरी पाली में राजेंद्र मिश्र महाविद्यालय परीक्षा केंद्र पर भी दो सौ से अधिक परीक्षार्थियों ने कदाचार मुक्त शांतिपूर्ण परीक्षा दी। डीईओ जयशंकर प्रसाद ठाकुर ने बताया कि राजेन्द्र मिश्र की पहली पाली परीक्षा को छोड़सभी जगह शांतिपूर्ण परीक्षा हुई।
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