परिवार के साथ दशहरा मेला घूमने आए युवक को एसपी ने जड़ दिए थप्पड़, बीजेपी एमएलसी भड़के
कटिहार में दशहरा मेला घूमने आए एक शख्स को रेल एसपी ने बीवी और बच्चों के सामने ही थप्पड़ जड़ दिए। पीड़ित शख्स बीजेपी एमएलसी अशोक अग्रवाल का करीबी निकला। अब इस मुद्दे पर सियासी बखेड़ा भी हो गया है। एमएलसी ने रेल एसपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
बिहार के कटिहार ने शुक्रवार को परिवार के साथ दशहरा मेला घूमने आए एक शख्स को ड्यूटी पर तैनात रेल एसपी संजय भारती ने थप्पड़ जड़ दिए। वहां मौजूद एक वकील इसका वीडियो अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करने लगे। पुलिसकर्मियों ने इसका विरोध किया। फिर एसपी ने वकील का मोबाइल भी छिनने की कोशिश की। रेल एसपी ने जिस शख्स को थप्पड़ मारा वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एमएलसी अशोक अग्रवाल का करीबी है। एमएलसी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से रेल एसपी की शिकायत करने की बात कही है।
दरअसल, दशहरा के अवसर पर शुक्रवार को भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने चौपहिया वाहनों पर पाबंदी लगा दी थी। ऐसे में स्थानीय लोग टू व्हीलर और पैदल ही मेला घूमने आने लगे। स्थानीय एमएलसी अशोक अग्रवाल के करीबी गौतम अग्रवाल भी अपने परिवार के साथ मेला घूमने आए। वह परिजन के साथ रेल एसपी आवास के पास गोलगप्पे का लुत्फ उठाने लगे। फिर अपने बच्चों एवं पत्नी को बाइक पर बैठाकर वहां से जाने लगे। तभी कुछ पुलिसकर्मी आए और उनसे बहस करने लगे। इतने में रेल एसपी संजय भारती वहां पहुंच गए और उन्होंने आव देखा न ताव, गौतम पर थप्पड़ों की बरसात कर दी।
पीड़ित गौतम अग्रवाल का आरोप है कि उन्हें एसपी ने तीन थप्पड़ मारे। वहां मौजूद एक अधिवक्ता ने इस घटना का वीडियो भी अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया, जो अब वायरल हो गया है। रेल एसपी ने वीडियो रिकॉर्ड करने वाले वकील का फोन भी छिनने का प्रयास किया। पीड़ित ने बताया कि थप्पड़ पड़ने से वह रातभर सदमे में रहे, रेल एसपी ने उन्हें जेल भेजने की धमकी भी दी। उन्होंने सीएम नीतीश और रेल मंत्री से एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, लेकिन लाइव हिन्दुस्तान इसकी पुष्टि नहीं करता है।
एमएलसी अशोक अग्रवाल ने इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से रेल एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि वह सीएम से इसकी शिकायत करेंगे। सरकार को इस पर संज्ञान लेते हुए ऐसे पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।