Hindi Newsबिहार न्यूज़पूर्णियाTraditional Chora Vrat Festival Celebrated in Kasba with Unique Rituals

चोर भांजा-भांजी के साथ तलवार लटकाकर निकले चोर मामा

-फोटो-कसबा, एक संवाददाता। कसबा में आज दोपहर समय चोर मामा अपने चोर भांजा भांजी के साथ चोरा व्रत अनुष्ठान को पूर्ण करने के लिए कंधे पर तलवार लटका कर निक

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाSun, 3 Nov 2024 12:54 AM
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कसबा, एक संवाददाता। कसबा में आज दोपहर समय चोर मामा अपने चोर भांजा भांजी के साथ चोरा व्रत अनुष्ठान को पूर्ण करने के लिए कंधे पर तलवार लटका कर निकल पड़े। दोपहर समय व्रत धारी के आंगन में पूजा अर्चना होने के बाद सभी व्रतधारी पाट के रेशे से बना वस्त्र धारण कर माथे पर पाट का जटा पहन कर कीर्तन मंडली के साथ अपने सगे संबंधी के घर चोरी करने पहुंचे। जहां सगे संबंधी द्वारा पाट के रेशे से बना जटा का एक अंश काटकर चोर मामा को चावल व दक्षणा देकर उसे विदा करते देखा गया। यह कार्यक्रम देर संध्या तक चलता रहा। यह पर्व सूबे में सिर्फ कसबा में ही मनाया जाता है। सूर्य पूजा पर आधारित लोक आस्था पर्व चोराव्रत मनोती पूर्ण होने पर ही किया जाता है। हर वर्ष किसी न किसी परिवार का मनोती पूर्ण होती है और फिर वे इस पर्व को करते है। कसबा नगर में चोराव्रत करने की एक परपंरा बनी हुई है। इस व्रत को करने की परपंरा भी अलग है। व्रत करने वाले मनोती पूर्ण होते ही घर पर व्रत करने की तैयारियां करीब एक वर्ष पूर्व से ही शुरू कर देते है। शनिवार की सुबह ग्यारह बजे से घर के आंगन में व्रत की पूजन विधि विधान प्रारंभ हुआ। देर संध्या भगवान सत्यनारायण की पूजा अर्चना हुई। कल रविवार को दोपहर समय अनुष्ठान की समाप्ति होगी। कसबा के लोग चोराव्रत पिछले 50 वर्षो से परंपरागत ढंग से करते आ रहे है।

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