105 हेक्टेयर अनुपयोगी जमीन में पोखर बनाकर मछली पालन
-फोटो : 4: पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया जिले में अनुपयोगी जमीन पर तालाब निर्माण कार्य कर मछली पालन किया जाएगा। इस संबंध में मत्स्य पालक
र्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया जिले में अनुपयोगी जमीन पर तालाब निर्माण कार्य कर मछली पालन किया जाएगा। इस संबंध में मत्स्य पालक एवं किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। पूर्णिया जिले में अनुपयोगी जमीन जिसमें फसल का उत्पादन नहीं हो पाता है। बेकार पड़े जमीन पर गड्डे के कारण सालों भर थोड़ा बहुत पानी जमा रहता है। गांव-गांव में चौर चाप विकास के लिए बेहतरीन योजना किसानों के लिए बनाई गई है। किसान जमीन का अद्यतन रसीद, पासबुक, आधार एवं एलपीसी कागजात के साथ विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में जिला मत्स्य पदाधिकारी डॉ. जयशंकर प्रसाद ने बताया कि चौर चाप विकास के लिए किसानों के लिए बेहतरीन योजना सरकार ने बनाई है। अनुपयोगी जमीन पर तालाब निर्माण कार्य कर मछली पालन कर किसान की आमदनी बढ़ेगी। जिस जमीन से एक भी रुपए की आमदनी नहीं होती है, उस जमीन पर तालाब निर्माण कार्य कर मछली पालन कर अच्छी खासी कमाई संभव होगी। जिला मत्स्य पदाधिकारी ने बताया कि जिले में 105 हेक्टेयर अनुपयोगी जमीन पर तालाब निर्माण कार्य कर मछली पालन का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 49 हेक्टेयर अनुपयोगी जमीन पर किसानों से आवेदन मिलने के बाद तालाब निर्माण कार्य कर रहे हैं। कई किसानों ने तालाब निर्माण के बाद मछली पालन कर आमदनी भी हासिल की है। इस योजना के बारे में किसानों के बीच लगातार जागरूकता अभियान चलाकर चौर चाप विकास योजना से लाभान्वित होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कई किसानों ने जानकारी मिलते ही कागजात के साथ विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर दिया है, जबकि लक्ष्य पूरा करने के उद्देश्य से किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर अनुपयोगी जमीन पर तालाब निर्माण कार्य कर मछली पालन कर उपयोगी जमीन बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किसानों को अधिक से अधिक संख्या में विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की गयी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।