पूर्णिया विश्वविद्यालय में तीन संकाय अध्यक्ष हुए नियुक्त
-फोटो : 48 से 50 : पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो.अरिवंद कुमार वर्मा को सामाजिक विज्ञान और फारबिसगंज

पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो.अरिवंद कुमार वर्मा को सामाजिक विज्ञान और फारबिसगंज कॉलेज फारबिसगंज के वाणिज्य संकाय के प्रो पवन कुमार मल्लिक को पूर्णिया विश्वविद्यालय में वाणिज्य संकायध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं पूर्णिया विश्वविद्यालय में समाजिक विज्ञान व वाणिज्य के साथ विज्ञान संकायध्यक्ष के पद पर एसोसिएट वनस्पति विज्ञान विभाग डीएस कॉलेज कटिहार डॉ. संजीव कुमार सिंह को नियुक्त किया है। सभी संकायध्यक्ष की नियुक्ति अधिसूचना जारी होने की तिथि से 2 वर्षों या सेवानिवृति अगर पहले है, तो उस तिथि तक की गई है। इधर पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह के निर्देश पर तीनों संकायध्यक्ष की नियुक्ति की अधिसूचना जारी होते ही सवाल भी उठाये जाने लगे हैं। पूर्णिया विश्वविद्यालय बनाओ संघर्ष समिति ने संकायध्यक्ष नियुक्ति में नियमावली का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। हालांकि पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो अनंत प्रसाद गुप्ता ने बताया कि नियमावली के तहत सभी संकायध्यक्ष की नियुक्ति हुई है। नियुक्ति में किसी भी नियम व परिनियम का उल्लंघन नहीं किया गया है। अगर नियुक्ति के मामले में किसी शिक्षक को वरीयता को लेकर शिकायत है, तो वे विश्वविद्यालय में आवेदन दें। आवेदन के आलोक में कुलपति के निर्देश पर जांच कमेटी प्रमाणपत्रों के साथ वरीयता की जांच करेगी और जांच में सत्यता की पुष्टि होने के उपरांत कार्रवाई करेगी।
-संकायध्यक्ष नियुक्ति पर कमेटी बनाकर जांच करने की मांग:
पूर्णिया विश्वविद्यालय बनाओ संघर्ष समिति के संस्थापक सह राष्ट्रीय जनता दल के जिला प्रवक्ता डॉ आलोक राज ने कहा है कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के द्वारा जो संकायध्यक्ष की नियुक्ति 25 अप्रैल को की गई है, वह संवैधानिक तरीके से नहीं की गई है। इस नियुक्ति में नियमावली का उल्लंघन किया गया है। विश्वविद्यालय में उच्च पद पर बैठे कुछ पदाधिकारी अपने लाभ के लिए कुलपति को संचिका के माध्यम से गलत जानकारी उपलब्ध कराते हैं और व्यक्तिगत लाभ के लिए गलत तरीके से गलत व्यक्ति को विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के रूप में पद पर अपने चाहते लोगों को बैठने का काम कर रहे हैं। कुलपति को सही नियमावली की जानकारी भी संचिका के माध्यम से उपलब्ध नहीं कराई जाती है। पूर्णिया विश्वविद्यालय में जो संकायध्यक्ष की नियुक्ति हुई है, वह संवैधानिक तरीके से नहीं हुई है। संकायध्यक्ष नियुक्ति पर एक कमेटी बनाकर जांच कराई जाए। जिन व्यक्तियों ने गलत तरीके से गलत व्यक्तियों की नियुक्ति संकायध्यक्ष के रूप करने का काम किया है । ऐसे पदाधिकारी पर भी प्रशासनिक कार्रवाई करने का काम कुलपति करें। इस तरह की बात से विश्वविद्यालय की छवि तो खराब होती ही है। साथ ही साथ विश्वविद्यालय के कुलपति के कार्यपद्धति, योग्यता व अनुभव पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। वर्तमान समय में असंवैधानिक तरीके से जो संकायध्यक्ष की नियुक्ति हुई है, उस नियुक्ति को अभिलंब रद्द किया जाए और संकायध्यक्ष की नियुक्ति संविधानिक तरीके से कराया जाए अन्यथा विश्वविद्यालय के खिलाफ आंदोलन के साथ-साथ सक्षम पदाधिकार को इसकी शिकायत भी की जाएगी कि किस तरह पूर्णिया विश्वविद्यालय में भारतीय संविधान एवं विश्वविद्यालय अधिनियम की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
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