आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति बदहाल, भवन के बावजूद दरवाजे पर केन्द का संचालन
भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र में आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति खराब है। बच्चों की उपस्थिति कम है और कई केन्द्र दरवाजे पर संचालित हो रहे हैं। टेक होम रासन में अनियमितता के आरोप हैं, और अधिकारियों की लापरवाही...
भवानीपुर, एक प्रतिनिधि। बाल विकास परियोजना से संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति इन दिनों भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र में काफी बदहाल है। संचालित केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति भी कम रहती है। वहीं ज्यादातर केंद्र सेविकाओं के दरवाजे पर आज भी चलाये जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्रत्येक महीने बांटी जानेवाली टेक होम रासन (टीएचआर) में भी सेविकाओं द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने के आरोप लगते हैं। प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने बताया कि विभागीय अधिकारियों की वजह से इन केन्द्रों की स्थिति बदतर बनी हुई है और सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना में जमकर अनियमितता बरती जा रही है। इसे लेकर शिकायत करने के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाती है। ज्ञात हो कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सेविकाओं द्वारा बांटी जाने वाली टेक होम रासन में कई बार लोगों ने हंगामा भी मचाया है।
.......भवन तैयार होने के बाद भी दरवाजे पर संचालित केंद्र :
भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र में कुल 176 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। कई पंचायतों में सरकारी लागत से आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भवन बनकर तैयार हो चुके हैं। परन्तु भवन निर्माण होने के बाद भी इन पंचायतों में केंद्र की सेविका के द्वारा अपने दरवाजे पर आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। प्रखंड क्षेत्र में अपने दरवाजे पर संचालित इन केन्द्रों की सेविका के द्वारा सरकार से प्रति महीने भवन का किराया भी लिया जा रहा है। जिस वजह से सरकार को लाखों के राजस्व का चूना भी लग रहा है परन्तु अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
.....प्रमुख ने जताया असंतोष :
भवानीपुर प्रखंड प्रमुख मंटी कुमारी ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों से एलएस के द्वारा प्रत्येक महीने अवैध रूप से सेविकाओं से रुपया लिए जाने की शिकायत लगातार आ रही है। प्रमुख ने कहा कि इसको लेकर उनके द्वारा कई बार सीडीपीओ से कहा भी गया है। इसके बावजूद सेविकाओं से रुपया वसूलने की शिकायत आ रही है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर आगामी बैठक में सीडीपीओ से जवाब मांगा जाएगा और इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की जाएगी।
.....बोले अधिकारी :
भवन तैयार होने के बावजूद केन्द्रों को अभी तक तैयार भवन में शिफ्ट क्यों नहीं किया जा रहा है, इसको लेकर संबंधित अधिकारियों से पूछा जाएगा। बन रहे केंद्र अभी तक किस वजह से अधूरा है इसको लेकर भी बहुत जल्द कार्यरत एजेंसी से पूछा जाएगा। मामले की जांच के बाद दोषियों के विरुद्ध उचित कारवाई की जाएगी।
-राजीव कुमार, एसडीओ धमदाहा।
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