मेडिकल कॉलेज अस्पताल में टार्ज के रोशनी के सहारे दांत के अंदर की ढूंढ रहे परेशानी
-दांतों के रोगी को नहीं मिल रही उपकरणीय सुविधा पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में चिकित्सा सुविधा के क्षेत्र

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में चिकित्सा सुविधा के क्षेत्र में नित्य नए अभियान शुरु कर रोगी को बेहतर सुविधा देने के प्रयास नियमित रूप से किए जा रहे हैं मगर विडम्बना कहिए की दांतों की चिकित्सा के मामले में रोगी को उपकरणीय सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह सुविधा इंडोर सेवा को भी छोड़ दीजिए आउटडोर की सेवा में रोगी को नहीं मिल पा रही है। ऐसे में रोगी को सिर्फ आउटडोर में चिकित्सक को दिखाने और पूर्जा पर दवा लिखे जाने के अलावा किसी भी तरह की सुविधा सुनिश्चित नहीं है। यहां आने वाले रोगी को डयूटी पर तैनात चिकित्सक किसी तरह टॉर्च की रोशनी के सहारे दांत के अंदर की परेशानी को देखकर दवा लिख उचित सलाह दे देते हैं। इस दौरान चिकित्सक के अलावे एक भी सहयोगी कर्मी भी यहां तैनात नहीं है।
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-डेंटल चेयर और एक्सरे तक की सुविधा नहीं:
-मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आउटडोर सेवा के दौरान आने वाले रोगी को चिकित्सक को दिखाने की सुविधा सुलभ हो जाती है। मगर यहां रोगी को न तो डेंटल चेयर की सुविधा है और न रोगी को किसी तरह की परेशानी में दांत एक्सरे जांच की सुविधा मिल पाती है। ऐसे में रोगी की परेशानी चिकित्सक को दिखाने के बाद जस की तस बरकरार रह जाती है। यहीं नहीं आउटडोर में रोगी देखने के दौरान चिकित्सक को एक असिस्टेंट तक की सुविधा सुनिश्चित नहीं है। ऐसे में रोगी की परेशानी के साथ साथ चिकित्सकीय कार्य में भी परेशानी आती है। ऐसे में आउटडोर में आने वाले रोगी को बाहर में अपनी परेशानी दिखाने को विवश होना पड़ता है।
-लगभग चार दर्जन रोगी प्रतिदिन यहां दांत की परेशानी लिए आते हैं :
-मेडिकल कॉलेज में इंडोर सेवा में तो दांत के रोगी को देखने के लिए किसी तरह की सुविधा नहीं है। आउटडोर में दो पाली मसलन सुबह 9 बजे से दिन के 2 बजे और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक ठंड के समय रोगी को देखने की सुविधा सुनिश्चित है। इस दौरान प्रत्येक दिन लगभग चार दर्जन रोगी यहां आउटडोर में अपनी दांतों की परेशानी दिखाने के लिए आ जाते हैं। इन रोगी को दांत की परेशानी दिखाने के लिए तीन मंजिला फ्लोर में जाना पड़ता है। यहां किसी तरह से पहुंच भी गए तो सिर्फ चिकित्सक की सेवा और पूर्जा पर दवा के साथ उचित सलाह मिल जाती है। किसी भी तरह की उपकरणीय सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में आने वाले रोगी में दो दर्जन रोगी ऐसे होते हैं जिन्हें किसी न किसी तरह की परेशानी होने की स्थिति में उपकरणीय सुविधा के बगैर उसका समुचित उपचार संभव नहीं है। ऐसे में ऐसे मरीज को निराश होकर किसी अन्य स्थान पर दिखाने के लिए मजबूर होते हैं।
-बोले अधिकारी:
-मेडिकल कॉलेज अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ भरत कुमार ने बताया की यहां एक्सरे की सुविधा के लिए तैयारी की जा रही है। अभी रोगी को उपकरणीय सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सुविधा सुनिश्चित होने के साथ रोगी की परेशानी कम हो जायेगी।
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