समाहरणालय एवं सर्किट हाउस की दीवार पर उकेरी जा रही मिथिला आर्ट
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के तहत पूर्णिया आगमन की आहट से सारी तैयारियां तेजी से की है। खासकर भारत
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के तहत पूर्णिया आगमन की आहट से सारी तैयारियां तेजी से की है। खासकर भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलने लगी है। समाहरणालय एवं सर्किट हाउस की दीवार पर कलाकारों ने कलाकृति के माध्यम से भारतीय संस्कृति को प्रदर्शति किया है। इन दीवारों पर मिथिला एवं अंगिका आर्ट की झलक देखने को मिल रही है। पंछियों का चित्र बनाकर गर्मियों में पंछियों के पानी की व्यवस्था करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। हर जीव से प्रेम करने एवं सहायता करने के लिए चित्रकारी के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। इस संबंध में कलाकर दरभंगा निवासी मो. सोहेल ने बताया कि तीन ग्रुप में लगभग नौ पेंटर विभिन्न दीवार पर चित्रकला के माध्यम से चित्रकारी कर रहे हैं। हर पेंटर को एक हजार रुपए रोजाना मजदूरी मिल जाती है। उन्होंने बताया कि बचपन में ही पांच कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद पेंटिंग का काम करने लगे थे। पिता मशहूर चित्रकार थे, जिन्होंने अंगुली पकड़कर चित्रकारी सिखायी। पिता ने जो सिखाया परिवार के भरण-पोषण के लिए आज काम आ रहा है। भारतीय संस्कृति सभ्यता की झलक दिखाने में काफी गौरवान्वित महसूस होती है। चित्रकला बनाने में जो खुशी मिलती है उससे ज्यादा लोगों के पसंद करने पर मिलती है। फूलपरास, दरभंगा, मधुबनी चकिया अन्य कई जगहों पर चित्रकला के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया है। पूर्णिया जिले में विभिन्न दीवार पर भारतीय संस्कृति सभ्यता की झलक उकेड़ने के कारण शहर काफी सुन्दर दिखने लगा है। आने जाने वाले लोग एक झलक देखने के साथ ही वाह वाह कह कर एक सेल्फी फोटो खींचने के लिए विवश हो जाते हैं। खासकर पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कई चित्रकारी लोगों को काफी पसंद आ रही है। दीवार पर उकेरी गई कलाकृति से दीवार की सुन्दरता बढ़ जाने से काफी आकर्षित लग रही है।
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