दर्द-ए-दवा : आउटडोर में 356 दवा की सूची, उपलब्ध 124
हिन्दुस्तान पड़ताल : पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में कई दवाओं की कमी चल रही है। हालांकि विभागीय अधिकारी क
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में कई दवाओं की कमी चल रही है। हालांकि विभागीय अधिकारी की मानें तो दवा की कमी ज्यादा नहीं है। ऐसी दवा उपलब्ध नहीं रहती है जो नियमित रूप से उपयोग में नहीं है। नियमित रूप से चलने वाली दवा में कुछ न कुछ लगातार रूप से रोगी को मिलने के कारण कुछ कमी हो जाती है। यह स्थिति बराबर लगी रहती है। विभागीय रूप से मिली जानकारी में आउटडोर में अभी 124 प्रकार की दवा उपलब्ध है जबकि 356 दवा होनी चाहिए।
...मेडिकल कॉलेज में एक दर्जन से अधिक विभाग संचालित:
मेडिकल कॉलेज में आउटडोर सेवा में एक दर्जन से अधिक विभाग संचालित है। इन विभागों में मुख्य रूप से मेडिसिन, बच्चा विभाग, सर्जरी, महिला, दंत, आंख कान नाक व गला विभाग, एनसीडी, मानसिक विभाग समेत अन्य कई विभाग शामिल हैं। इन सभी विभागों से लगभग एक हजार से अधिक रोगी दवा लेने के कतार में लगे रहते हैं। इन रोगियों के लिए यहां तीन काउंटर बनाए गए हैं। इनमें दो काउंटर महिलाओं के दवा वितरण के लिए लगे हुए हैं और एक काउंटर पुरुष रोगी के लिए लगे हैं।
...रूटीन में एक से दो प्रकार की दवा नहीं मिल रही :
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दवा काउंटर पर दवा लेने के लिए तीन अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। इन तीनों काउंटर पर दवा का वितरण हो रहा था। उत्तर दिशा में महिला काउंटर लगी हुई थी तो ठीक इसके सटे दक्षिण भाग में पुरुष काउंटर लगा हुआ है। दवा काउंटर से दवा लेकर लौट रहे रोगी के परिजन संतोष कुमार ने बताया कि चार दवा में सिर्फ एक दवा गैस की नहीं मिली है। शेष सभी दवा यहां मिल गई है। इसी तरह से अलग अलग अन्य रोगी ने बताया की रूटीन की लगभग सभी दवा एंटिबायोटिक, कैल्शियम, आयरन, त्वचा रोग के मलहम, सर्दी और बुखार की दवा आदि मिल गई है।
-प्रखंड में अस्सी फीसदी से ज्यादा दवा उपलब्ध:
जिले के अंदर 14 प्रखंड में दो अनुमंडल अस्पताल, दो रेफरल अस्पताल, छह सामुदायिक केन्द्र और शेष चार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चल रहा है। इन केन्द्रों पर दो सेवाएं आउटडोर से लेकर इंडोर तक संचालित है। इन सभी में तीन सौ से अधिक दवा की जरूरत में अस्सी फीसदी दवा उपलब्ध है।
-रूटीन की दवा है, कुछ दवा की कमी : उपाधीक्षक :
-मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉ भरत कुमार ने बताया की दवा की कुछ कमी है। ऐसे रूटीन की लगभग दवा उपलब्ध है। रूटीन में सिर्फ गैस की दवा नहीं है। दवा की कमी दूर करने के लिए समय-समय पर विभाग को लिखा जाता है।
-बोले सिविल सर्जन :
-सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया की दवा की उपलब्धता है। लगभग तीन सौ में ढाई सौ के करीब दवा उपलब्ध है। ऐसी दवा उपलब्ध नहीं है जो रूटीन से अलग है। सभी दवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है।
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