Hindi NewsBihar NewsPurnia NewsInfamous Bandit Leader Sushil Mochi Killed in Encounter Ending 25 Years of Terror in Seemanchal

बाबर के एनकाउंटर के बाद बिखर गया था मोची गैंग

-हिन्दुस्तान फॉलोअप : -आमजनों के साथ पुलिस में भी था मोची गैंग का खौफ पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। शनिवार सुबह बायसी के ताराबाड़ी में कुख्यात डकै

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाMon, 6 Jan 2025 12:28 AM
share Share
Follow Us on

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। शनिवार सुबह बायसी के ताराबाड़ी में कुख्यात डकैत सरगना सुशील मोची के एनकाउंटर में खात्मे के साथ सीमांचल खासकर महानंदा-कनकई बेसिन के दियारा क्षेत्र में पच्चीस साल से आतंक का एक बड़ा अध्याय खत्म हो चुका है। इस इलाके के लोगों ने राहत की पहली सांस तीन महीने पहले अमौर के गरहरा में कुख्यात मोची के शागिर्द बाबर के एनकाउंटर में सफाए के साथ ली थी। गैंग के दायें हाथ के रूप में शुमार बाबर के एनकाउंटर के बाद गैंग पूरी तरह बिखर गया था। बताया जा रहा है कि बाबर की मौत के बाद सुशील मोची के गुर्गों में पुलिस का खौफ ऐसा समाया कि कई गुर्गे गैंग से अलग हो गए। यही कारण है कि बाबर की मौत के बाद सुशील मोची बदला लेने की फिराक में था। बाबर की मौत के सदमे से उबर कर उसने सबसे पहले बिखरे साथियों को एकत्र किया। जिसके बाद किशनगंज में डाके की घटना को अंजाम देकर अपनी मौजूदगी सीमांचल में दिखायी। कहते हैं कि मोची गैंग का खौफ आमजनों के साथ पुलिस में भी था। जिसके कारण इस गैंग का हौसला दिन- प्रतिदिन बढ़ता गया। शनिवार को एक बड़े आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए दियारा इलाके में वह प्रवेश कर ही रहा था कि पुलिस ने ना केवल घटना को होने से बचा लिया, बल्कि सुशील मोची के खौफ को लोगों से जेहन से सदा के लिए निकाल दिया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें