Hindi NewsBihar NewsPurnia NewsBeware of Cyber Fraud Protect Your Aadhaar Number and Fingerprint

म्यूल बैंक अकाउंट के जरिए ठगी को अंजाम दे रहे हैं साइबर अपराधी

पूर्णिया, रणजीत। पूर्णिया, रणजीत। किसी अंजान व्यक्ति को आधार नम्बर एवं ऑथेन्टिकेशन डिवाइस पर फिंगर देने से पहले पूरी तरह पड़ताल कर लें, वरना आप सा

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाFri, 10 Jan 2025 01:16 AM
share Share
Follow Us on

पूर्णिया, रणजीत। किसी अंजान व्यक्ति को आधार नम्बर एवं ऑथेन्टिकेशन डिवाइस पर फिंगर देने से पहले पूरी तरह पड़ताल कर लें, वरना आप साइबर अपराधी के झांसे के शिकार हो सकते हैं। ऑथेन्टिकेशन डिवाइस पर आपके द्वारा लगाए गए फिंगर और आधार नम्बर का प्रयोग साइबर अपराधी म्यूल बैंक अकाउंट खोलने में कर रहे है। साइबर थाने में दर्ज हो रहे मामलों के अनुसंधान में यह बात सामने आ रही है कि जिन अकाउंट का प्रयोग ठगी के बैंक अकाउंट के रूपये के ट्रांजेक्शन के लिए किया जा रहा है, उनके खाता धारकों को इन बैंक खाताओं की जानकारी तक नहीं होती है। डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष अनुराग की मानें तो साइबर ठगी के अधिकांश मामलो में म्यूल अकाउंट के जरिए ट्रांजेक्शन की बातें प्रकाश में आ रही हैं। ऐसे मामलों में ठगी के एक केस में ट्रांजेक्शन के लिए कई खातों का उपयोग किया जाता है।

-: क्या है म्यूल अकाउंट:

----

-म्यूल बैंक अकाउंट उस खाता को कहा जाता है, जिसका खाता धारक कोई और होता है और इसे ऑपरेट कोई और कर रहा होता है। एक्सपर्ट की मानें तो साईबर अपराधी विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने या सर्वे आदि के नाम पर लोगों का ऑथेन्टिकेशन डिवाइस पर फिंगर एवं उनका आधार नम्बर लेकर बैंक खाते खोल रहे हैं और इन खातों में अपना मोबाइल नम्बर तथा पता डाल रहे हैं। पता पर एटीएम कार्ड मंगा रहे हैं, जबकि मोबाइल खाता से रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर ट्रांजेक्शन की जानकारी रखने से लेकर यूपीआई भुगतान तक को अंजाम दे रहे हैं।

--

-प्राइवेट या छोटे बैंक खातों का लिया जा रहा है सहारा:

-इस तरह के बैंक खाते के लिए प्राय: प्राइवेट या छोटे बैंक शाखओं का सहारा लिया जाता है। इसके पीछे खास वजह यह है कि इन बैंक शाखाओं में खाता खेलना आसान होता है। इतना ही नहीं कुछ बैंकों ने ऑनलाइन खाता खेलने की सुविधा दे रखी है। जिसका लाभ साइबर अपराधी म्यूल खाता खेलने में ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों में ऑथेन्टिकेशन डिवाइस एवं कम्प्यूटर के साथ पहुंच कर ठग विभिन्न तरीके से ग्रामीणों को झांसे में लेकर उनका म्यूल अकाउंट खोल रहे हैं। इस गोरख धंधेबाजों के नेटवर्क बैंक कर्मियों की सहभागिता से इंकार नहीं किया जा सकता है। सीमांचल के पूर्णिया एवं अररिया जिले में संचालित कुछ प्राइवेट बैंकों में कई संदिग्ध खाते संचालित हो रहे हैं। कयास लगाया जा रहा है कि ये बैंक खाते म्यूल खातों के ही हिस्से हैं, जिसका उपयोग अवैध कामों में किया जा रहा है।

--

-ऐसे करें बचाव:--

- म्यूल खाते बनने से बचाव के लिए कुछ खास सुझावों पर अमल किया जा सकता है।

1. बिना जांच- पड़ताल किए कहीं भी अपना फिंगर एवं आधार नम्बर शेयर ना करें।

2. तुरंत अलर्ट प्राप्त करने के लिए अपना मोबाइल नम्बर और ई- मेल बैंक से पंजीकृत कराएं।

3. कभी भी मोबाइल , ई- मेल या पर्स में महत्वपूर्ण बैंकिंग डाटा स्टोर ना करें।

4. ऑनलाइन बैंकिंग के लिए केवल सत्यापित, सुरक्षित और विश्वसनीय बेवसाइटों का ही प्रयोग करें।

5. सार्वजनिक, खुले और नि:शुलक् नेटवर्कों के जरिय बैंकिंग से बचें।

6. अपना ऑनलाइन बैंकिंगपासवर्ड और पिन नियमित रूप से बदलते रहें।

7. यदि आपका एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, प्रीपेड कार्ड खे गया हो या चोरी हो गया हो तो उसे तुरंत ब्लौक करें।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें