बिहार के मुजफ्फरपुर में प्रॉपर्टी डीलर समेत 2 की सरेआम गोली मारकर हत्या, जमीन विवाद में मर्डर की आशंका
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जावेद चार-पांच लोगों के साथ दुकान पर चाय पी रहा था। इसी दौरान बाइक से पहुंचे दो अपराधियों ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जावेद के सीने और पेट में चार और उसके सहयोगी राजू को दो गोलियां लगीं। वारदात कर बदमाश हाथी चौक की ओर निकल भागे।

बिहार के मुजफ्फरपुर में जिला स्कूल के पास मंगलवार की देर शाम चाय दुकान के सामने बाइक सवार दो अपराधियों ने मुशहरी अंचल के राजस्व कार्यालय से जुड़े रहे प्रॉपर्टी डीलर मोहम्म जावेद समेत दो की गोली मारकर हत्या कर दी। दूसरा व्यक्ति जावेद का सहयोगी मुशहरी के तरौरा गोपालपुर निवासी राजू साह था। घटनास्थल से पुलिस ने सात खोखा और दो पिलेट जब्त किया है। मालीघाट निवासी जावेद रामबाग संस्कृत कॉलेज के पास परिवार के साथ रहता था।
प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर पुलिस इसे प्रॉपर्टी डीलिंग में वर्चस्व व जमीन विवाद से जोड़कर देख रही है। सिटी एसपी विश्वजीत दयाल ने बताया कि जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जावेद चार-पांच लोगों के साथ दुकान पर चाय पी रहा था। इसी दौरान बाइक से पहुंचे दो अपराधियों ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जावेद के सीने और पेट में चार और उसके सहयोगी राजू को दो गोलियां लगीं। वारदात कर बदमाश हाथी चौक की ओर निकल भागे।
मरने से पहले क्या बोला प्रॉपर्टी डीलर का सहयोगी
जिला स्कूल के पास मंगलवार की देर शाम गोलियों की तड़तड़ाहट के बाद अफरातफरी मच गई। आसपास की दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे। सड़क पर ट्रैफिक रुक गई। सड़क पर लोग जिधर से उधर ही खड़े हो गए। शाम में इस रोड पर ट्रैफिक बढ़ जाता है। सड़क पर खड़े लोग गोलियों की जद से बचने के लिए छिपने लगे।
अस्पताल में राजू साह ने बताया था कि हमलोग आपस में बात करते हुए चाय पी रहे थे। इसी दौरान गोलियां तड़तड़ाने लगी। दो लोग गोली चला रहे थे। जावेद भाई सामने थे, उन्हें गोली लगी तो हम चाय दुकान के अंदर भागे। मेरे पेट में पहले गोली लगी, चाय दुकान में भागा तो जांच में गोली लगी। गोली चलाने वाले किधर भागे नहीं देखा।
चाय दुकानदार ने क्या कहा…
चाय दुकानदार का नाम भी राजू है। उसने कहा कि चाय बनाने पर ध्यान था। अचानक गोलियां बरसने लगी। मैं अंदर ही दुबक गया। देखा दो लोग गोली चला रहे थे। एक अपराधी दोनों हाथ में लिए पिस्टल से गोली चला रहा था। इसके बाद दोनों हाथी चौक की ओर भाग गए। बाइक सवार अपराधियों के भागने के बाद मौके पर भीड़ जुट गई। कुछ लोग जावेद और राजू को उठाकर अस्पताल ले गए। अस्पताल में पहुंचने तक जावेद उठाकर ले जाने वालों से बातें कर रहा था। बेड पर लिटाने के कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ गई और उसे रेफर किया गया। मिठनपुरा पुलिस मौके पर पहुंची तो सड़क पर से खोखा चुनकर ले गई।
प्रॉपर्टी डीलिंग में वर्चस्व को लेकर फिर बहा खून
प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या के बाद डेढ़ साल तक शहर में भूमाफियाओं के गिरोह शांत रहे। प्लॉट पर वर्चस्व को लेकर भिड़ंत तो हुई लेकिन सड़क पर गोलियां नहीं चली। हाल में कई विवादित जमीनों को लेकर कई गुटों में भिड़ंत हुई, लेकिन हत्या की वारदात नहीं हुई। मो. जावेद की हत्या से शहर में फिर जमीन के धंधे में वर्चस्व को लेकर हिंसा शुरू होने की आशंका जताई जा रही है।