Hindi Newsबिहार न्यूज़Politics heavy on smart meter in Bihar Tejashwi sought answers to 13 questions from Nitish government

बिहार में स्मार्ट मीटर पर सियासत भारी, तेजस्वी ने नीतीश सरकार से 13 सवालों के मांगे जवाब

बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर तेजस्वी यादव नीतीश सरका पर हमलावर है। सोशल साइट एक्स पर तेजस्वी ने नीतीश सरकार से 13 सवाल पूछे है। और कहा कि गरीबों पर सरकार अत्याचार कर रही है।

sandeep हिन्दुस्तान, पटनाSun, 29 Sep 2024 07:18 PM
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बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर सियासत तेज हो गई है। आरजेडी और कांग्रेस प्रीपेड स्मार्ट मीटर के विरोध में जन आंदोलन का ऐलान कर चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद कह चुके हैं कि जनता स्मार्ट मीटर को लेकर फैलाई जा रहीं अफवाहों पर ध्यान न दें। और भ्रमित न हो। लेकिन आरजेडी स्मार्ट मीटर को लूट का हथकंडा करार दे रही है। शनिवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश सरकार को घेरा, और 13 सवाल पूछे थे। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी सोशल मीडिया पर अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर बिहार की एनडीए सरकार से 13 सवालों के जवाब मांगे हैं।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य की एनडीए सरकार से कहा कि स्मार्ट मीटर पर हमारे सवालों का जवाब दें। रविवार को उन्होंने सोशल साइट एक्स पर पोस्ट कर 13 सवाल किए और आरोप लगाया कि देश में सबसे कम प्रति व्यक्ति आय वाले राज्य में सरकार स्मार्ट मीटर लगा बिजली दरों को दोगुना कर सबसे महंगी बिजली बेच रही है। जदयू-भाजपा सरकार बिहारवासियों पर अत्याचार कर रही है। स्मार्ट मीटर के नाम पर हो रही सरकारी लूट से हर बिहारवासी त्रस्त है।

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नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि पूरे बिहार से शिकायत आ रही हैं कि बिजली का बिल दोगुना हो गया है, ऐसा क्यों हो रहा है? उन्होंने आरोप लगाया कि केवल 100 रुपये का ही फर्जीवाड़ा हो रहा है तो हर महीने हजारों करोड़ रुपये अवैध वसूले जा रहे हैं। उन्होंने स्मार्ट मीटर के नाम पर बिजली कंपनियों, अधिकारियों और सत्तारूढ़ नेताओं की मिलीभगत को समाप्त करने की मांग की।

सवाल किया कि जब बिहार इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेट्री कमीशन और सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन के गजट में स्मार्ट मीटर लगाने की बाध्यता नहीं है तो फिर सरकार किसके फायदे के लिए ऐसा कर रही है? उन्होंने इस मामले की जांच निष्पक्ष कमेटी से कराने और उपभोक्ताओं की शंकाओं को दूर कर ही मीटर लगाने की सलाह दी। उन्होंने मीटर के मापांकन के गलत होने को लेकर सवाल किया और पूछा कि बिजली मंत्री के सुपौल स्थित घर और कितने माननीय एवं अधिकारियों के यहां स्मार्ट मीटर लगे हैं?

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