बच गया मुकेश: मौसी के घर बेटी संग छुपी थी बीवी, ससुर ने दर्ज करा दिया मर्डर केस
- पटना में पुलिस ने पत्नी और बेटी की हत्या के केस में ससुर द्वारा फंसाए गए पति और उसके घरवालों को बचा लिया है। महिला अपनी बेटी के साथ मौसी के घर में छुपी हुई थी।
पटना जिला में धनरुआ थाना की पुलिस ने एक महिला और उसकी बेटी को एक रिश्तेदार के घर से बरामद करके एक ऐसे मामले का भंडाफोड़ किया है जिसमें महिला के पिता ने उसके पति और ससुराल वालों पर बेटी और नातिन की हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था। पुलिस ने महिला और उसकी बेटी को बरामद करके पति को सौंप दिया है। पुलिस हत्या करके शव को गायब करने का आरोप लगा फर्जी केस करने वाले महिला के पिता पर क्या कार्रवाई करेगी, ये अभी साफ नहीं है। महिला के पिता के द्वारा हत्या करके लाश भी गायब करने का मुकदमा दर्ज कराने के नौ दिनों बाद महिला जहानाबाद में अपनी मौसी के घर मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के गोनाईबिगहा निवासी रिकम प्रसाद ने साल 2015 में अपनी बेटी रुबिका की शादी मरहीपर निवासी मधेश्वर प्रसाद के बेटे मुकेश कुमार से करवाई थी। रुबिका तीन बच्चों की मां है। उसे दो बेटे और एक बेटी है। 29 जुलाई को रिकम प्रसाद ने थाना में रुबिका और उसकी बेटी की हत्या करके शव गायब करने का मुकदमा दर्ज कराया था। रिकम ने प्राथमिकी में मुकेश कुमार, मधेश्वर प्रसाद के अलावा मुकेश की मां समेत पांच लोगों को आरोपी बनाया था।
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पुलिस ने मर्डर केस के आरोपियों से पूछताछ की तो पति और ससुर ने बताया कि रुबिका घर से अचानक गायब हो गई है। इसके बाद पुलिस का सिर घूम गया। पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया तो सब इंस्पेक्टर जितेंद्र मिश्रा को खबर मिली कि महिला और उसकी बेटी जिंदा है और मौसी के घर पर है। पुलिस ने जहानाबाद के ओकरी गांव में अपनी मौसी के घर छुपी महिला और उसकी बेटी को सकुशल बरामद कर लिया है।
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पुलिस ने रुबिका का बयान कोर्ट में दर्ज करवा दिया है। रुबिका ने व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी दंडाधिकारी नवीन कुमार की अदालत में दर्ज कराए गए बयान में कहा है कि पति, सास और ससुर की प्रताड़ना से तंग आकर वह ससुराल से भाग कर अपनी मौसी के घर ओकरी चली गई थी। धनरुआ थाना के थानेदार ललित विजय ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर महिला और बेटी को मुकेश कुमार को सौंप दिया गया है।