स्कूलों में पोषण वाटिका को बढ़ावा दें अधिकारी: डीएम
जिन स्कूलों में भूमि उपलब्ध है, वहां पोषण वाटिका लगाने का निर्देश दिया गया है। इसमें जैविक फल और सब्जियां उगाई जाएंगी, जो बच्चों को मध्याह्न भोजन में दी जाएंगी। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि इससे...

जिन स्कूलों में भूमि खाली हैं वहां पोषण वाटिका लगाएं। इसमें फल और सब्जियां जैविक तरीके से उगाएं ताकि बच्चों को मध्याह्न योजना के तहत दिया जा सके। इससे बच्चों के सेहत पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा। बुधवार को अंकुरण परियोजना की समीक्षा के दौरान डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया। अधिकारियों ने बताया कि पटना जिले में 394 स्कूलों में पोषण वाटिका का संरचना का निर्माण कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में पोषण वाटिका की अवधारणा के तहत बच्चों को बेहतर पोषण उपलब्ध कराते हुए उनके स्वास्थ्य स्तर पर सुधार एवं कुपोषण की दर को कम किए जाने का प्रयास किया जाना है। इसके अंतर्गत विद्यालयों में उपलब्ध भूमि में पोषण वाटिका विकसित कर जैविक तरीके से उत्पादित साग-सब्जियों एवं फलों को मध्याह्न भोजन में शामिल करते हुए बच्चों को संपूर्ण पोषण उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैठक में विद्यालय स्तर पर पोषण वाटिका के संरचना निर्माण एवं क्रियान्वयन में सभी विभागों की भूमिका को रेखांकित करते हुए पोषण वाटिका के निर्माण के लिए सभी हितभागियों को सक्रिय सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया गया। विशेष रूप से मनरेगा एवं कृषि विभाग को पोषण वाटिका के निर्माण एवं इसके क्रियान्वयन में सहयोग उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। पटना जिले में 894 स्कूलों में पोषण वाटिका को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें वन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि समेत 12 विभागों के अधिकारियों को सहयोग प्रदान करना है।
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