पटना में रोज टूट रहे रिकार्ड, एक दिन में मिले 2919 नये संक्रमित
पटना में कोरोना संक्रमण का रोज रिकॉर्ड टूट रहा है। बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 2919 नए संक्रमित मिले। इससे पहले 19 अप्रैल को सर्वाधिक 2672 केस...
पटना में कोरोना संक्रमण का रोज रिकॉर्ड टूट रहा है। बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 2919 नए संक्रमित मिले। इससे पहले 19 अप्रैल को सर्वाधिक 2672 केस मिले थे। वहीं, बुधवार को पटना के सरकारी अस्पतालों में कोरोना से 26 मरीजों की मौत हो गई है।
इस तरह पटना में 15 हजार से अधिक सक्रिय मरीज हो गए हैं। इनमें 80 फीसदी से अधिक सक्रिय मरीज शहरी क्षेत्र में है। वहीं अब पटना जिला में कुल 80 हजार 351 कोरोना के संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें से 64 हजार 494 लोग ठीक हो चुके हैं। अभी तक कुल 547 लोगों की जान कोरोना से गई है। आकड़े जिस तेज गति से बढ़ रहे हैं, उसे अगले एक सप्ताह तक बढ़ने से रोकना मुश्किल होगा। डॉक्टरों का कहना है कि अभी एक सप्ताह तक इसी रफ्तार में आकड़े बढ़ेंगे। सरकार के स्तर से जांच हो रही है लेकिन बाहर से आने वाले जांच कराने में सहयोग नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण वायरस सब जगह फैल चुका है। दूसरे राज्य से आने वाले राज्य के विभिन्न हिस्सों में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि स्थलों पर बिना जांच के ही निकल जा रहे हैं।
पटना के सरकारी अस्पतालों में कुल 26 लोगों की मौत हुई हैं। एनएमसीएच में 13, पटना एम्स में सात, पीएमसीएच में 4 और आईजीआईएमएस में दो लोगों की मौत हुई है। इसमें पटना समेत दूसरे जिला के लोग भी शामिल हैं। पीएमसीच में जिनकी मौत हुई है उसमें आरती कुमारी (37), अंजली राज(25), मोहम्मद रफी(48) और किरण कुमारी(39) शामिल हैं। पटना एम्स में मरने वालों में सभी अन्य जिले के हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने पटना में हुई मौत का जो आकड़ा जारी किया है वह 13 है। वहीं पीएमसीच में बार काउंसिल के सदस्य शशि एस शेखर की मौत हो गई है। मजिस्ट्रेट मनीष कुमार की भी कोरोना से मौत हुई है। अंग्रेजी के प्रोफेसर शैलेश्वर सती का निधन भी कोरोना से हो गया।
पटना में इस प्रकार बढ़ी कोरोना की रफ्तार
अप्रैल संक्रमितों की संख्या
एक 174
दो 287
तीन 359
चार 372
पांच 432
छह 486
सात 522
आठ 743
नौ 661
10 1431
11 1382
12 1197
13 1205
14 1483
15 2105
16 1364
17 1898
18 2290
19 2672
20 2186
21 2919
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पीएमसीएच और एनएमसीएच में बेडों की स्थिति
अस्पताल उपलब्ध बेड भर्ती मरीजों की संख्या खाली बेड
पीएमसीएच 110 100 10
एनएमसीएच 500 259 241
एम्स 200 206 00
ईएसआई बिहटा 50 07 43
रूबन 154 154 00
पारस 30 30 00
बिग अपोलो 27 27 00
एशियन सिटी 30 30 00
टीकाकरण केन्द्र और टीका
टीकाकरण केन्द्र टीका
पीएमसीएच कोवैक्सिन
एम्स कोवैक्सिन
एनएमसीएच कोवैक्सिन
जीजीएच पटना सिटी कोवैक्सिन
न्यू गार्डिनर कोवैक्सिन
एलएनजेपी शास्त्रीनगर कोवक्सिन
गर्दनीबाग अस्पताल कोवैक्सिन
आयुर्वेदिक कॉलेज कोवैक्सिन
जयप्रभा कोवैक्सिन
आईजीआईएमएस कोविशील्ड
रूबन कोविशील्ड
पारस कोविशील्ड
मेडिवर्सल कोविशील्ड
बिग अपोलो कोविशील्ड
यहां हो सकती है जांच
(10 बजे से तीन बजे तक)
पीएमसीएच,आईजीआईएमएस,न्यू गार्डिनर अस्पताल,गर्दनीबाग अस्पताल, होटल पाटलिपुत्र अशोक, जीजीएस पटना सिटी
आएं पटना को बचाएं
मास्क जरूर लगाएं
समय-समय पर हाथ को सैनेटाइज करते रहें
भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से परहेज करें
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
जरूरी काम हो तो घर से निकलें
सार्वजनिक आयोजनों में भाग लेने से बचें
बुखार खांसी आदि की शिकायत होने पर तत्काल निकटवर्ती अस्पताल जाकर उपचार कराएं
लक्षण दिखने पर कोरोना वायरस की जांच कराएं
यदि आप की उम्र 45 साल से अधिक है तो टीका जरूर लगवाएं
18003456019 पर ले सकते हैं सलाह
होम आइसोलेशन में हो या कोरोना का किसी तरह का कोई लक्षण हो तो उसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने टॉल फ्री नंबर जारी किया हैं। कोविड-19 की जांच एवं ईलाज के लिए जिला स्तर पर 24 घंटे टॉल फ्री मेडिलक हेल्प लाईन नंबर उपलब्ध कराया गया हैं। इसमें 18003456019 पर और 104 टॉल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं और सलाह ले सकते हैं। कोविड के गंभीर मरीज, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति की कोरोना जांच के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से हर समय एंबुलेंस की सुविधा प्राप्त कर सकेत हैं। निशुल्क एंबुलेंस सेवा के लिए 102 पर संपर्क करें।
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बार काउंसिल सदस्य शशि एस किशोर की कोरोना से मौत
पटना। बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य शशि एस किशोर (55 वर्ष) की मौत कोरोना से हो गई। बार काउंसिल के युवा सदस्य पंकज कुमार ने बताया कि तीन दिन पहले उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। साथ ही हल्का सर्दी खांसी व बुखार की शिकायत लेकर वे पीएमसीएच में भर्ती हुए थे। अस्पताल की अव्यवस्था तथा ऑक्सीजन की कमी होने पर अपनी जान बचाने के लिए वे प्राइवेट अस्पताल की ओर रुख किये। लेकिन दो तीन प्राइवेट अस्पताल का चक्कर लगाने के बाद कहीं इलाज नहीं मिलने पर वे वापस पीएमसीएच की ओर लौटे लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि 2010 में पहली बार बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य निर्वाचित हुये थे। मूल रूप से कटिहार निवासी शशि एस किशोर एक जुझारू वकील नेता के रूप में जाने जाते थे। काउंसिल में वकील के हर पहलु पर अपना विचार रखते थे। काफी मिलनसार और वकीलों के हित में काम करने वाले शशि सभी को छोड़ जाने की सूचना पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि ऐसा नेता मिलना मुश्किल है। वहीं, बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य तथा एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा ने कहा कि समाज ने एक होनहार वकील को खो दिया। बार काउंसिल के ही युवा सदस्य पंकज कुमार ने कहा कि इनके साथ काम करने का जो अनुभव जो प्राप्त हुआ है उसे भूले नहीं भुलाया जा सकता। वे अपने पीछे पत्नी तथा एक नाबालिग पुत्र व पुत्री छोड़ गये।
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