मिशन एडमिशन: आर्ट्स की पढ़ाई में अव्वल है पटना कॉलेज
पटना कॉलेज देश के दस सबसे पुराने कॉलेजों में गिना जाता है और यह 157 सालों से अब तक बिहार में उच्च शिक्षा का अलख जगा रहा है। कॉलेज की स्थापना 1867 ईस्वी में हुई थी। उसके बाद से अब तक यह कॉलेज देश के...
पटना कॉलेज देश के दस सबसे पुराने कॉलेजों में गिना जाता है और यह 157 सालों से अब तक बिहार में उच्च शिक्षा का अलख जगा रहा है। कॉलेज की स्थापना 1867 ईस्वी में हुई थी। उसके बाद से अब तक यह कॉलेज देश के कई सांस्कृतिक व शैक्षणिक आंदोलनों का गवाह रहा है।
एक दौर में देश के विभिन्न कोनों से छात्र यहां दाखिला लेते थे लेकिन दिनानुदिन उच्च शिक्षा की बिगड़ती स्थिति का असर पटना कॉलेज पर भी पड़ा। फिर भी बिहार के छात्रों में आर्ट्स की पढ़ाई के लिए इस कॉलेज में नामांकन की अब भी मारामारी मची रहती है। इस कॉलेज के शिक्षक और पूटा अध्यक्ष डा. रणधीर कुमार सिंह बताते हैं कि अर्थशास्त्र, भूगोल, राजनीतिविज्ञान, अंग्रेजी और भूगोल विषय के लिए यह छात्रों की पहली पसंद होती है।
स्नातक में दाखिले के लिए अन्य विभागों में छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा रहती है। सह शिक्षा की बेहतर व्यवस्था होने से सुरक्षित और बेहतर माहौल में छात्रझ-छात्राओं की पढ़ाई होती है। पूटा अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षकों की कमी के बावजूद कक्षा खाली नहीं रहती और शिक्षक मनोयोग से पढ़ाते हैं। यही वजह है कि रिजल्ट और ज्ञान के क्षेत्र में इस कॉलेज के छात्र देशभर के छात्रों पर भारी पड़ते हैं।
यहां स्नातक में कुल 600 सीटें हैं। विभिन्न कोटों की 100 सीटें भी कॉलेज में हैं। इस बार नामांकन की प्रक्रिया बदली है और विभिन्न विषयों में सीटें तय हैं। केंद्रीयकृत नामांकन की व्यवस्था होने से छात्रों की काउंसिलिंग इस बार विवि स्तर पर होगी। नामांकन में आरक्षण के नियमों को अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा।
विभागवार सीटें
विषय सीट
अर्थशास्त्र 65
राजनीतिविज्ञान 65
भूगोल 65
इतिहास 65
अंग्रेजी 65
मनोविज्ञान 50
समाजशास्त्र 50
संस्कृत 10
पर्शियन 10
उर्दू 10
अरबी 10
हिन्दी 25
दर्शनशास्त्र 25
बांग्ला 10
मैथिली 10
गणित 10
सांख्यिकी 10
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।