एक हजार करोड़ का ब्रिटिश गुयाना डाक टिकट रहा आकर्षण का केन्द्र
डाक टिकट प्रदर्शनी में 25 हजार टिकटों में सबसे आकर्षक ब्रिटिश गुयाना का टिकट रहा, जिसकी कीमत 1000 करोड़ है। यह टिकट 1796 में एक बच्चे को मिला था और वर्तमान में अमेरिका के एक व्यक्ति के पास है।...
डाक टिकट प्रदर्शनी में भले 25 हजार टिकट को प्रदर्शित किया गया हो, लेकिन सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र ब्रिटिश गुयाना टिकट रहा। वर्तमान में इस टिकट की कीमत एक हजार करोड़ है। इस डाक टिकट की कीमत जाने के बाद लोगों के बीच कुतूहल रहा। लोग इस डाक टिकट को देखने के लिए दिन भर पहुंचते रहे। एक सेंट का यह ऑरिजनल डाक टिकट अमेरिका के एक व्यक्ति के पास है। लाल रंग का यह डाक टिकट 1796 में एक 12 वर्षीय बच्चे को उसके घर की सफाई के दौरान मिला था। डाक प्रदर्शनी में ब्रिटिश गुयाना डाक टिकट का पूरा इतिहास भी लिखा हुआ है, जिसकी जानकारी लेने भी लोग पहुंचते रहे। यह सबसे चिपकाने वाला टिकट है। यह टिकट अब पूरे विश्व में सिर्फ एक व्यक्ति के पास है। इसे 1850 में जारी किया गया था। यह टिकट 1980 में एक मिलियन डॉलर में बिका था। वर्तमान में इसकी कीमत एक हजार करोड़ है।
पैनी ब्लैक से लेकर सिंध डॉक टिकट आया पहली बार : बिहार सर्किल के फिलेटेलिस्ट के सहायक निदेशक रॉबिन चंद्रा ने बताया कि ब्रिटिश गुयाना को देखने के लिए लोगों में काफी कुतूहल रहा। प्रदर्शनी में इस बार कई दुर्लभ चीजें रहीं। इसमें पैनी ब्लैक (महारानी विक्टोरिया की फोटो) डाक टिकट शामिल है। यह विश्व का पहला कागज वाला डाक टिकट है जो 1840 में ब्रिटेन से जारी किया गया था। इसके अलावा भारत का पहला कागज वाला डाक टिकट सिंध डॉक था। इसके अलावा गांधीजी की चिट्ठी जो 1948 में गांधी जी ने पटना से देशवासियों के लिए लिखा था। वहीं राजाराम मोहन राय की ओर से लिखी चिट्टी भी लोगों के कुतूहल का विषय रहा।
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