मौर्य कालीन कला और सिक्के पर विशेष आवरण जारी
बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी 2024 में कहा कि डाक प्रदर्शनी केवल वस्तुओं का संग्रह नहीं है, बल्कि यह इतिहास को समझने का माध्यम है। उन्होंने मौर्य कालीन कला और सिक्कों...
डाक प्रदर्शनी केवल वस्तुओं का संग्रह नहीं है, बल्कि इतिहास और समय को समझने का सबसे सशक्त माध्यम है। आज जिस डिजिटल और सोशल मीडिया की बात हम करते हैं, उसका जनक हमारा डाक विभाग है। सूचना का आदान-प्रदान डाक विभाग से ही शुरू हुआ था। ये बातें बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहीं। वे बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी 2024 में मुख्य अतिथि के तौर पर ज्ञान भवन में मौजूद थे। उपमुख्यमंत्री ने मौर्य कालीन कला और सिक्के पर विशेष आवरण जारी किया। साथ ही चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार की लिखित पुस्तक ‘डाक टिकट के साथ एक खास मुलाकात का विमोचन भी हुआ। कार्यक्रम के दूसरे सत्र के दौरान अतिथियों का स्वागत मुजफ्फरपुर उत्तरी क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल परिमल सिन्हा ने की। प्रदर्शनी की तमाम जानकारी बिहार सर्किल के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार ने दी। मौके पर पटना उच्च न्यायालय के अतिरिक्त महाधिवक्ता केएन सिंह, आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सहजानंद, मेदांता सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. रविशंकर सिंह, बिहार स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा, एम्स पटना के डॉ. संजीव कुमार ने भी डाक टिकट पर अपने विचार रखे।
विशेष आवरण से मिलेगा मौर्य कालीन सिक्के और कला की जानकारी : विशेष आवरण में मौर्य कालीन सिक्के और कला की जानकारी दी गयी है। सम्राठ अशोक की ओर से स्थापित स्तंभ, बिहार के लौरिया नंदनगढ़ का स्तंभ, पशुओं के जीवंत चित्रण के साथ सारनाथ का सिंह शीर्ष है। इसके साथ सूर्य, वृक्ष और पशुओं जैसे प्रतीकों को दिखाया गया है।
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