जनजातीय आबादी वाले 771 गांवों में आयुष्मान कार्ड के लिए लगेंगे शिविर
राज्य के 771 गांवों में जनजाति समुदाय के पात्र परिवारों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने का अभियान शुरू किया गया है। यह शिविर 15 जून से 30 जून तक चलेगा। बांका जिले में सबसे अधिक 138 गांव हैं, और अन्य जिलों...

जनजाति समुदाय के शत-प्रतिशत पात्र परिवारों और लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए संबंधित क्षेत्रों में अभियान चलेगा। इसके लिए राज्य के 771 गांव चिह्नित किये गये हैं, जहां शिविर लगाकर कार्ड बनाया जाएगा। इसकी शुरुआत 15 को हुई, जो 30 जून तक चलेगी। राज्य के चिह्नित 771 में सबसे अधिक 138 गांव बांका जिले के हैं। वहीं, राज्य के पांच जिले ऐसे हैं, जहां के एक-एक गांव को इसके लिए चिह्नित किया गया है। इनमें औरंगाबाद, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, नवादा और वैशाली जिला शामिल है। बांका के बाद सर्वाधिक गांव 127 पश्चिम चंपारण, 91 जमुई, 82 कटिहार, 62 भागलपुर, 62 कैमूर, 34 भोजपुर और 31 गांव सीवान जिले के हैं।
इसके अलावा अररिया में दस, बक्सर में 19, गया में चार, गोपालगंज में 19, किशनगंज में पांच, लखीसराय में दस, मुंगेर में 20, पूर्वी चंपारण में चार, रोहतास में 19 और सुपौल में दो गांवों को इसमें शामिल किया गया है। ये सभी गांव राज्य के 24 जिलों के हैं। इस तरह देखें तो प्रदेश के 14 जिलों के कोई गांव इसमें नहीं हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारत सरकार के दिशा-निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में यह शिविर लगाने का निर्णय लिया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।