डेंगू का हॉटस्पॉट बना पटना; एक दिन में 59 नए मरीज, राज्य में 120 के पार आंकड़ा, अबतक 6 की मौत
बिहार एक बार फिर से डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक दिन में पटना में सबसे ज्यादा 59 मरीज मिले। वहीं पूरे राज्य में 128 नए केस मिले। जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई। जिसके चलते पटना के कई इलाकों में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा नष्ट करने का अभियान चलाया जा रहा है।
एक दिन में ही पटना में डेंगू के सर्वाधिक 59 मरीज मिले हैं। गुरुवार की रिपोर्ट शुक्रवार को आयी तो स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई। अलर्ट मोड पर पहले से चल रहे विभाग के अधिकारी व चिकित्साकर्मी और सक्रिय हो गये हैं। डेंगू की बढ़ती स्थिति को कंट्रोल करने केंद्रीय टीम पटना में उतर गयी है। केंद्रीय टीम ने राजधानी के दर्जनों मुहल्लों में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा नष्ट करने का अभियान चलाया। पिछले साल डेंगू से 74 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल भी अब तक डेंगू से 6 लोगों की मौत हुई है।
सितंबर मध्य में ही बड़ी संख्या में डेंगू मरीजों के सामने आने से अक्टूबर में स्थिति और गंभीर होने का खतरा है। पिछले दो वर्षों में सितंबर से दिसंबर तक डेंगू के 98 फीसदी मरीज मिले थे। इसमें भी सिर्फ अक्टूबर में 40 फीसदी मरीज मिले थे। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से निबटने के लिए सभी जिलों को अलर्ट किया है। प्रत्येक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 30 बेड, तो जिला अस्पतालों में 5-5 बेड, जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी 2-2 बेड डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व रखने को कहा गया है। सभी जिलों को डेंगू जांच के लिए उपकरण और फॉर्गिग के लिए मेलाथियन भेजी गई है। पिछले साल के डेंगू हॉट स्पॉट वाली जगहों पर लगातार फॉर्गिंग का निर्देश दिया गया है।
तिथि राज्यभर पटना
12 सितंबर 128 59
11 सितंबर 81 37
10 सितंबर 98 44
09 सितंबर 82 32
08 सितंबर 23 15
07 सितंबर 55 27
06 सितंबर 62 37
राज्यभर में एक दिन (12 सितंबर) में 128 डेंगू पीड़ित मिले। पश्चिम चंपारण में 15, गया में 12, पूर्वी चंपारण में 5, जहानाबाद-मुजफ्फरपुर में 4-4, औरंगाबाद, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सीवान और वैशाली में 3-3, शिवहर, सारण, नालंदा और मधुबनी में 2-2, बांका, बेगूसराय, भोजपुर, बक्सर, खगड़िया, सहरसा में एक-एक डेंगू मरीज मिले हैं। अब तक इस साल 1535 मरीज मिले हैं।
यह करें उपाय
मच्छरों से बचाव के उपाए करें। त्वचा को ज्यादा से ज्यादा ढंक कर रखें। आस-पास की जगहों से पानी जमा नहीं रहने दें। घर आसपास सफाई का ध्यान रखें। मच्छरदानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। डेंगू की आशंका हो तो बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई दवा नहीं लें।
आयुर्वेद का भी लें सहारा
पटना आयुर्वेदिक कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ.दिनेश्वर प्रसाद ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए घर में तुलसी, लेमन ग्रास, नीम, एलोवेरा का पौधा लगाएं। घर में कपूर, लौहबाण, चंदन आदि का धुआं करें। शरीर पर सरसों या नारियल का तेल लगाए। प्लेटलेट्स कम होने पर बकरी का दूध पीएं।
वहीं राज्य कार्यक्रम मलेरिया के पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि डेंगू की जांच बढ़ा दी गई है। हालांकि, पिछले साल से मरीजों की संख्या कम है। हमलोग अलर्ट हैं। जहां डेंगू के मच्छर और लार्वा पाए गए हैं, वहां छिड़काव और फॉगिंग कराए जा रहे हैं।