दफ्तर खाली कराने से पशुपति पारस नाराज, आरएलजेपी की बैठक में पार्टी के भविष्य पर भी बोले
आरएलजेपी के प्रमुख पशुपति पारस ने पार्टी दफ्तर खाली कराने पर भी नाराजगी प्रकट की। राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह ने कहा कि पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए अभियान चलेगा।
बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी)ने पटना में अहम बैठक की है। यह बैठक पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलजेपी के प्रमुख पशुपति पारस की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में तय किया गया कि पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुरूप ही रालोजपा अपना भविष्य तय करेगी। भविष्य में चुनावी मैदान में उतरने पर भी पार्टी कार्यकर्ता ही फैसला करेंगे। यह एलान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने किया। उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर से 31 मार्च तक पूरे बिहार में सदस्यता अभियान चलेगा। पूरे बिहार में 20 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य है।
पारस विधायक कॉलोनी स्थित पार्टी के कैम्प कार्यालय में बुधवार को रालोजपा एवं दलित सेना की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 28 नवंबर को पार्टी के स्थापना दिवस पर रामविलास पासवान की जन्म स्थली शहरबन्नी में देशभर के कार्यकर्ताओं का जुटान होगा। उन्होंने पार्टी दफ्तर खाली कराने पर भी नाराजगी प्रकट की। राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह ने कहा कि पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए अभियान चलेगा।
प्रदेश अध्यक्ष प्रिंसराज ने बताया कि बैठक का उद्देश्य प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला अध्यक्षों के विचार को जानना था। राष्ट्रीय महासचिव चंदन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी की तैयारी 243 सीटों पर चल रही है। राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि कि 2025 के विस चुनाव की तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं को संगठित किया जा रहा है। संचालन दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष धनश्याम कुमार दाहा ने किया।