नीतीश कुमार सेकुलर हैं लेकिन... वक्फ बिल पर JDU में इस्तीफे पर पप्पू यादव क्या-क्या बोले
- पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार सेकुलर हैं और रहेंगे। लेकिन बीजेपी ने अपना एजेंडा सेट कर लिया। वोटिंग के शाम में बीजेपी को उनकी जरूरत नहीं रहेगी।

वक्फ संशोधन बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया। नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार का समर्थन किया और दोनों सदनों में बीजेपी को बड़ी राहत मिली। लेकिन, जदयू में अबतक तीन नेताओं ने इस्तिफा देकर नीतीश कुमार को झटका दिया है। इस मुद्दे पर पूर्णिया के निर्दलीय सांसद और कांग्रेस नेता पप्पू यादव का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार अब भी सेकुलर हैं लेकिन बीजेपी ने अपना एजेंडा चलाने के लिए जदयू को खत्म करने की अपनी चाल चल दी है। पप्पू यादव ने बिहार सीएम के मानसिक स्वास्थ्य पर भी टिप्पणी की। कहा कि जिस दिन वोटिंग होगी उसी दिन शाम पांच बजे के बाद बीजेपी को उनकी जरूरत नहीं रहेगी। हालांकि, इन इस्तीफों पर जदयू के बड़े नेताओं का कहना है कि पार्टी छोड़ने की बात करने वाले लोग कभी पदाधिकारी नहीं रहे।
पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार कल भी सेकुलर थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। लेकिन उनका मानसिक स्वास्थ्य बहुत अच्छा नहीं है। उनके दल के 90 प्रतिशत नेता आरक्षण और जातीय गणना के विरोधी हैं। ये सभी बीजेपी से दूध और मिश्री की तरह मिले हुए हैं जिसका अंदाजा सीएम को नहीं है। ये लोग गांधी, बुद्ध और आंबेडकर के भी विरोधि हैं। तीन तलाक, वक्फ बिल के मुद्दे पर जदयू के नेता जिस तरह बोलते हैं उससे लगता है कि वे बीजेपी के मेंबर हों और ठेका ले रखा हो। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नीतीश कुमार को फिनिश करना चाहती है।
पप्पू यादव ने कहा कि जदयू ने वक्फ बिल का सपोर्ट कर अपना अंतिम कील ठोक लिया है जबकि बीजेपी अपना एजेंडा सेटर करने में कामयाब रही। जिस दिन बिहार में वोटिंग होगी उसी दिन शाम को नीतीश कुमार की जरूरत बीजेपी को नहीं रहेगी।
उन्होंने कहा कि जदयू अब नीतीश कुमार के हाथ में नहीं है बल्कि कहीं और शिफ्ट हो चुकी है। जदयू में ईबीसी की बात नहीं होती बल्कि बीजेपी के आइडियोलॉजी की होती है। यह नीतीश कुमार के लिए गंभीर चिंता का विषय है।