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पढ़ रहे मुजफ्फरपुर में, दाखिला महाराष्ट्र में; बिहार के स्कूलों में गजब खेल

बच्चों के अभिभावक भी हैरान हैं कि कभी जिले से बाहर नहीं गए तो अन्य राज्य में बच्चों का नामांकन कैसे हो गया। सरकारी से लेकर निजी स्कूलों के बच्चों के साथ हुए इस गड़बड़झाले को लेकर अधिकारी भी परेशान हैं।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, प्रमुख संवाददाता, मुजफ्फरपुरMon, 5 May 2025 06:14 AM
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पढ़ रहे मुजफ्फरपुर में, दाखिला महाराष्ट्र में; बिहार के स्कूलों में गजब खेल

पढ़ाई कर रहे मुजफ्फरपुर में और नामांकन महाराष्ट्र के स्कूल में है। बिहार में स्कूली बच्चों के साथ हुई इस गड़बड़ी ने अभिभावकों के साथ अधिकारियों को भी हैरत में डाल दिया है। जो बच्चे कभी अपने गांव से बाहर नहीं गए, उनका अन्य जिले समेत विभिन्न राज्यों में नामांकन हो गया है। अभिभावक भी हैरान हैं कि कभी जिले से बाहर नहीं गए तो अन्य राज्य में बच्चों का नामांकन कैसे हो गया। सरकारी से लेकर निजी स्कूलों के बच्चों के साथ हुए इस गड़बड़झाले को लेकर अधिकारी भी परेशान हैं।

जांच हुई तो सामने आया कि यू-डायस पर इन बच्चों के आधार नंबर को चढ़ाने में गड़बड़ी की गई है। राज्य से बाहर अलग-अलग राज्यों में नामांकित हो गए ऐसे बच्चों की संख्या केवल मुजफ्फरपुर में पांच हजार से अधिक है। जिले से बाहर नामांकित बच्चों की संख्या 20 हजार से अधिक है। सूबे से बाहर के स्कूलों में जिन बच्चों का नाम दिख रहा है, उन्हें अपने जिले के स्कूल में वापस लाने को राज्य स्तर पर आवेदन भेजना पड़ेगा। ऐसे बच्चों की मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों में भी सूची बनाई जा रही है।

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डीईओ व समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ ने कहा कि संबंधित राज्य या जिले के स्कूल ऐसे बच्चों को अपने यहां से ड्रॉप करेंगे, तभी वापस अपने जिले के स्कूल में ये आ सकेंगे। जिले में आधार नंबर की गड़बड़ी के कारण 30 हजार से अधिक बच्चों का इस तरह का अलग अलग-अलग मामला आया है।

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