Hindi Newsबिहार न्यूज़नवादाThere is no place to walk on the roads between seven to 11 in the morning it seems jammed

सुबह सात से 11 बजे के बीच सड़कों पर चलने को जगह नहीं, लगता है जाम

पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर का तांडव झेल रहा है। बुधवार की सुबह 07 बजे से जिले में भी लॉकडाउन की शुरुआत हुई है। शुरुआती दिन आम नागरिकों को थोड़ी छूट दी गयी, नियमों को समझने का मौका दिया गया। बाद में...

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाSun, 9 May 2021 11:30 AM
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नवादा। हिन्दुस्तान संवाददाता

पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर का तांडव झेल रहा है। बुधवार की सुबह 07 बजे से जिले में भी लॉकडाउन की शुरुआत हुई है। शुरुआती दिन आम नागरिकों को थोड़ी छूट दी गयी, नियमों को समझने का मौका दिया गया। बाद में प्रशासन से सख्ती की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। प्रशासनिक ढील के कारण शहर में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ रही हैं। निर्धारित समय अवधि में बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। इस बीच न सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रहता है, न मास्क और सैनेटाईजर की अनिवार्यता। सरकारी गाइडलाइन की जमकर अनदेखी हो रही है।

लॉकडाउन के दौरान सुबह 07 बजे से पूर्वाहन 11 बजे तक आवश्यक खाद्य सामग्री, दूध, फल-सब्जी, किराना, मांस-मछली सहित जरूरी दुकानें ही खुलनी है। इस समय अवधि में सब्जी मंडी भी खुलता है, तो अनाज मंडी भी। लेकिन कहीं भी सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं होता है। आलम यह है कि बढ़ी भीड़ के कारण मेन रोड, सब्जी मंडी, गोला रोड जैसे मार्गों पर जाम की स्थिति देखने को मिलती है। सरकारी गाइडलाइन के तहत दुकानों व प्रतिष्ठानों के आगे गोला बनाकर ग्राहकों के बीच दो गज की दूरी बनाने का नियम हैं। लेकिन वर्तमान दौर में न क्रेता को इस बात की फिक्र है, न विक्रेता को। सभी एकसाथ दुकान की काउंटर पर जमा हो जाते है और फिर किसी भी तरह सामान लेकर घर की तरफ निकल जाते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन तो होता ही नहीं है।

चोरी-छुपे भी खुल रही गैर जरूरी दुकानें

आलम यह है कि शहर के कई दुकानदार सरकारी गाइडलाइन और लॉकडाउन के नियमों को धत्ता बता चुके हैं। कपड़ा, मनिहारी, लकड़ी के सामान सहित अन्य गैर जरूरी सामानों के दुकान भी चोरी-छुपे खोले जा रहे हैं, जिससे बाजार में भीड़ कमने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि सरकार ने सार्वजनिक वाहनों के परिचालन को प्रतिबंधित किया है, बावजूद बड़ी संख्या में ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा सहित बड़ी संख्या में बाइक भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। कुछ प्रमुख चौक-चौराहों पर वाहन जांच होता है, लेकिन शातिर बदमाश इसका भी काट निकाल चुकें हैं। गली-कूचों से होते हुए वे अपना रास्ता बना ले रहे हैं।

छूट के दौरान सख्ती की जरूरत, तभी टूटेगी संक्रमण की चेन

कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने को लेकर लॉकडाउन लगाया गया। इस दौरान दिन के शुरुआती 04 घंटों में घर से बाहर के सारे जरूरी काम निपटाने हैं। लेकिन यह काम निपटाने का अवसर नहीं बनकर चहलकदमी और बेवजह घूमने का कारण बना हुआ है। गली-मोहल्लों और नुक्कड़ों पर जमघट सा नजारा दिखता है, जो दोपहर तक जमा रहता है। हालांकि जिला प्रशासन के गाइडलाइन के अनुसार, खरीदार को घर के निकट वाले स्थान से ही खरीदारी को अनुमति दी गई है। बावजूद लोग बाजार और मंडियों में घूमते नजर आते हैं। इधर, सब्जी मंडी में अब भी बाजार लग रहा है, जबकि इसे गांधी स्कूल कैम्पस में भेजा गया है। ऐसे संकरे जगह पर भीड़भाड़ की स्थिति रहती है। सुबह के समय में प्रशासनिक कार्रवाई गौण रहती है, ऐसे में लोगों का मनोबल बढ़ा रहता है और बाजार में भीड़भाड़ की स्थिति रहती है। यदि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने है, तो इस स्थिति का समाधान निकालना होगा। फिलहाल, सुबह की समय अवधि में प्रशासनिक कार्रवाई की जरूरत महसूस की जा रही है।

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